गर्मी से चमगादड़ों तोड़ा दम, पंखे से लेकर एसी ने भी दिया जवाब:
डूंगरपुर, २३ मई . आसमान से आग बरसाती गर्मी ने आमजन के लिए घर से निकलना मुश्किल कर दिया। वहीं, दूसरी ओर जीव – जंतु भी भीषण गर्मी के चलते दम तोड़ रहे है। जी हां हम बात कर रहे है वागड़ के डूंगरपुर जिले की जहा प्रचंड गर्मी की वजह से लोग अपने घरों में एयरकंडीशनर व कूलरों के साये तले घरों में दुबके बैठें है, बाजार की सड़के विरान और शहर में आने वाले ग्रामीणों की शीतल पेयजल की दुकानों में भिड़ देखी जा रही है तो वही शहर के प्राचीन पेड़ो पर अपना बसर करने वाले जीव दम तोड़ने लगने है। जिले का तापमान 46 डिग्री के पार रहा।
चमगादड़ों मौत से संक्रमण फैलने का खतरा –तेज धूप और लू से झुलसकर चमगादड़ों की मौत होने लगी है। शहर के महारावल स्कूल के निकट के साथ ही , रियासतकालीन राजकीय पुस्तकालय में 15 से 20 पुराने पेड़ो पर बसेरा डाले करीब ढाई सौ से अधिक चमगादड़ों की गर्मी से मौत हो गई है। वहीं, चमगादड़ों के शव सड़ने से सड़ांध के साथ ही संक्रमण फैलने की आशंका भी बनी हुई है। शहर में प्राचीन पेड़ों पर बसरे डाले चमगादड़ों की लगातार तापमान बढ़ने से लगातार मौतें हो रही हैं। पेड़ों के नीचे और आसपास के क्षेत्र में चमगादड़ों के शव बिखरे पड़े हैं। जिनके शवों को आवारा कुत्ते उठाकर अपना भोजन बना रहे हैं। वहीं इन पर वर्षों से सैकड़ों चमगादड़ों का बसेरा है। जिनकी हिट वेव और बढ़ते तापमान से पेड पर उल्टे लटके अवस्था में ही मौत हो रही है। मिली जानकारी अनुसार गर्मी के कारण पिछले एक सप्ताह से चमकादड़ो की मौत का सिलसिला इक्के दुक्के क्रम में जारी था लेकिन अचानक मौत की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है।