उदयपुर , 1जनवरी। बागोर की हवेली में साल के पहले दिन गुजरात की कलाकार रंजन जान की चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा राधा कोकिला की काव्य पुस्तक का लोकार्पण सांसद अर्जुन लाल मीणा , पूर्व प्रशासनिक अधिकारी दिनेश कोठारी , चित्रकार चेतन औदिच्य, पार्षद छोगालाल भोई, कवयित्री शकुन्तला सरुपरिया, समाजसेवी विनोद सनाढ्य तथा कलाकार डी एम पंडित की उपस्थिति में हुआ ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद अर्जुन लाल मीणा ने कहा कि साल के पहले दिन गुजरात की दो बहनों ने मिलकर मां को काव्यांजलि अर्पित की है , एक बहन ने चित्र श्रंखला बनाकर तथा दूसरी ने कविताओं की पुस्तक रच कर बहुत बड़ा काम किया है । मेवाड़ की धरा पर उनके इस आयोजन का अभिनंदन है।
दिनेश कोठारी ने चित्रों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदर्शित चित्रों का विषय ऐसा हैं जो किसी भी दर्शक को प्रभावित करता हैं। तकनीकी रूप से सारी ही पेंटिंग बहुत स्तरीय है। चेतन औदिच्य ने पुस्तक की समीक्षा के साथ ही कलाकार की पेंटिंग्स पर समकालीन समय की संबद्धता और मां की संवेदना पर अपने उद्गार व्यक्त किए। पार्षद छोगालाल ने कलाकार और कवयित्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के इस आधुनिक समय में मां को इस तरह से याद करना और उन्हें काव्यांजलि अर्पित करना अपने आप में अनूठा है। चित्रकार डीएम पंडित ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए चित्र प्रदर्शनी की प्रशंसा की और बताया कि चित्रों में आधुनिकता के साथ परंपरा को भी संयोजित किया गया है। समाजसेवी विनोद सनाढ्य ने झीलों की नगरी उदयपुर में दोनों कलाकारों का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा अवसर है कि मां को समर्पित ऐसा आयोजन झीलों की नगरी के साथ में कला की नगरी के रूप में प्रसिद्ध हो रहे उदयपुर में हो रहा है।
इस काव्यांजलि कार्यक्रम का संयोजन करते हुए रणवीर सिंह ने गुजरात और राजस्थान की संस्कृति की एकात्मता पर बल दिया और कहा कि गुजरात से चलकर राजस्थान में आए यह कलाकार कलाओं के विस्तार की यात्रा पर निकले हैं ऐसे में उदयपुर की जनता का सहयोग अपेक्षित है।
5 दिनों तक चलने वाली चित्र प्रदर्शनी बागोर की हवेली की कलावती में प्रातः 11:00 बजे से शाम को 7:00 बजे तक दर्शकों के लिए नि:शुल्क खुली रहेगी। उदयपुर की जनता से आह्वान किया गया है कि वह आए और इस भावनात्मक प्रदर्शनी का अवलोकन करें।