उदयपुर। जिले के कोटड़ा क्षेत्र में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसके बाद चिकित्सा महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है।
कोटड़ा के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकर ने बताया कि कोरोना पीड़ित निचली सुवरी -कोटड़ा निवासी शंकर लाल पुत्र पूनाजी आदिवासी कुछ दिनों से वेटिंलेटर पर था। दो दिन पहले उसे उदयपुर के एमबी अस्पताल रेफर किया गया था, जहां उसने बीती रात दम तोड़ दिया। बताया गया कि गुजरात बार्डर के निकट गांव निचली सुवरी निवासी 40 वर्षीय शंकर आदिवासी शेंटिंग का काम करता था। कोरोना संक्रमित होने पर कुछ दिनों तक नीम-हकीमों से उपचार लेता रहा। जिसके बाद वह गुजरात के अस्पताल में उपचार कराने गया। जहां तबियत में सुधार नहीं होने पर उसे परिजनों ने लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती कराया था और वह वेटिंलेटर पर था। कोरोना संक्रमित होने तथा उसकी मौत की सूचना पर ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वह स्वयं चिकित्सा टीम के साथ संक्रमित के घर गए थे। उसके सभी सात सदस्यों की कोरोना जांच के लिए सैम्पल लिए गए हैं तथा जांच के लिए उदयपुर भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि मृतक की कोई बाहरी हिस्ट्री नहीं थी, हालांकि वह शेटिंग का काम करने गुजरात के सीमावर्ती तथा राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में मजदूरी करने जाता रहता था। नीम हकीमों की बजाय वह सरकारी अस्पताल में उपचार कराने पहुंचता तो उसे बचाया जा सकता था। जिस समय उसे एमबी अस्पताल ले जाया गया तब वह वेटिंलेटर पर था और उसकी हालत गंभीर थी।
इधर, जिला कलक्टर ताराचंद मीणा का कहना है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है और उन्होंने लोगों को सतर्क रहने को कहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएल बामणिया का कहना है कि जांच बढ़ाई गई है। लोगों से कहा कि वह संदेह होने पर सतर्कता बरतें और अपनी जांच कराएं।
उदयपुर में कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत, चिकित्सा महकमे में हड़कम्प
