“लो आ गया फिर से मौसम फाल्गुन का, छा गया सुरूर हर दिल पर संगीत का” ऐसा ही नज़ारा था बसन्त एवं फाल्गुन ऋतु पर सुरों की मण्डली द्वारा आयोजित कार्यक्रम “हम तुम” में जहाँ लगभग 70 युवा,पुरूष, महिलाओं एवं वरिष्ठजनों द्वारा अपने युगल गीतों की प्रस्तुति में ऋतु एवं प्रकर्ति एवं प्रेम गीतों की झड़ी लगा दी ।
संस्थापक एवं संरक्षक मुकेश माधवानी ने बताया कि प्रख्यात ग़ज़ल गायक डॉ. प्रेम भण्डारी के मुख्य आतिथ्य में लगभग 6 घंटे चले कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक मधुर युगल गीत प्रस्तुत किये जिसमें सी.पी.गन्धर्व-वीनू वैष्णव “हुस्न पहाड़ो का क्या कहने बारह महीने मौसम, एच. क्यू. काजी “बागों में बाहर आई” निखिल माहेश्वरी “मीठी मीठी सर्दी है” सुखजीत सिंह-मनीषा “तेरे नैनो के दीप में जलाऊ के साथ ही मुकेश माधवानी-वीनू वैष्णव”आप के आ जाने से”को लोगों ने काफी सराहा और वाहवाह लूटी।
कार्यक्रम संयोजक वीनू वैष्णव के अनुसार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात ग़ज़ल गायक डॉ. प्रेम भण्डारी को संगीत क्षेत्र में अर्जित विशिष्ठ उपलब्धियों हेतु संस्थापक एवं कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा पगड़ी, उपरना,शाल एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रस्तुत किये जाने वाले गीतों हेतु सुर साधको को रिहर्सल कैलाश केवलिया द्वारा करवाई गई । कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिता सिंघी-गोपाल गोठवाल द्वारा किया गया एवं अल्पाहार की व्यवस्था भामाशाह राजेश चावला एवं कौशल दास वैरागी द्वारा की गई । अंत मे चन्द्र प्रकाश गन्धर्व द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।