उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के श्रमजीवी सांयकालीन महाविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ रिहेबिलिटेशन साइंसेज में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग , भारत सरकार द्वारा संचालित ” प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र ” की स्थापना की जा रही है । इसके लिये आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया एवं राजस्थान विद्यापीठ के बीच एम. ओ. यू. साइन किया गया जिसमें प्रमुख रूप से राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो कर्नल एसएस. सारंगदेवोत, ALIMCO के मैनेजर हरीश कुमार , डिप्टी मैनेजर मृणाल कुमार , असिस्टेंट मैनेजर ललित कुमार, विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. तरूण श्रीमाली, संयोजक व अधिष्ठाता डॉ एस बी नागर आदि उपस्थित रहे।
आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया (ALIMCO) द्वारा उपयोग के लिए तैयार व्हील चेयर, ट्राई साइकल, स्मार्ट फोन , आर्टिफिशियल लिम्ब ,ब्रेशेज ,कान की मशीन व दिव्यांग जन की आवश्यकता अनुसार अन्य उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे जिनको *भारत सरकार की ADIP व वयो श्री योजना के तहत प्रतिदिन क्षैत्र के पात्र दिव्यांग जन एवं वरिष्ठ नागरिक जन को निःशुल्क वितरित किये जाएंगे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो कर्नल एस एस सारंगदेवोत ने कहा कि प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (पीएमडीके) एक समर्पित पहल है जिसका उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों, विशेषकर दृष्टिबाधित व्यक्तियों को सशक्त बनाना है।यह देहरादून में राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) में स्थित है। यह देहरादून में राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) में स्थित है।
इस अवसर पर विद्यापीठ IQAC के निदेशक डॉ. युवराज सिंह , परीक्षा नियंत्रक डॉ पारस जैन डॉ सुनीता मुर्डिया, हेमन्त साहू आदि उपस्थित रहें।