तेरापंथ महिला मंडल की माँ बेटी कार्यशाला सम्पन्न 

माँ के साथ बेटिया रोज दस मिनट गुजारे, जिन्द‌गी खुशहाल हो जाएगी- मुनि ‘मेधांश’
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल उदयपुर के तत्वावधान में शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में रिलेशनशीप स्किल्स माँ-बेटी कार्यशाला महाश्रमण सभागार महाप्रज्ञ विहार में आयोजित हुई।
तेरापंथ महिला मंडल के प्रेरणा गीत से शुरु हुए कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ ने कहा- जब एक तरफ प्यार कही से कमजोर होने लगे तो उस खोए हुए प्यार को कही और ढुंढा जाता है यही ह्यूमन साइकोलॉजी है। माँ से बेटी का छुपाने का सिलसिला तब शुरू होता है जब माँ उसकी  दोस्त होकर वक्त देने से चूक जाती है। परिस्थिति कुछ भी हो बेटी यह याद रखे समस्याए कही से भी आए समाधान माँ के पास होता है। माँ के साथ रोज बीते हुए दस मिनट बेटी की जिन्दगी की खुशहाल बना देता है
मुनि सिद्धप्रज्ञ ने कहा– जो व्यक्ति अपनी लाइफ में कोपरेशन और कोर्डिनेशन के साथ चलता है उन माँ बेटी के सम्बंधों में सदा सरसता बनी रहेगी। इस कार्यशाला से माँ और बेटी के रिश्ते खुबसुरत होगे ।
बतौर मुख्य अतिथी सेशन न्यायाधिश कुलदीप शर्मा ने कहा – माँ ही है जो बेटी को दिशा देती है, हम बेटी को संस्कार देंगे तो वो दो घरो को उजालो से भर देगी। सोशल मिडिया के आभासी दुनिया से बाहर निकलकर संस्कार और शिक्षा से जोड़कर अपने जीवन के सही-गलत के लिए आत्म निर्भर बनाएं। मुख्य वक्ता गाइनिक डॉ. पायल जैन ने पी.सी.ओ.डी, समस्या और समाधान विषय पर अपने वक्तव्य में कहा- भागती-दौड़ती जीवनशैली, और खान–पान में जंक फुड के साथ जेनेटिक डिसोर्डर पी.सी.ओ.डी का अहम कारण है। जरा,योगा, प्राणायाम, खान-पान की शुद्धि आदि संयमित l
जीवनशैली से हर्मनल इम्बेलेंस से आजाद हो सकते हैं,
 कार्यक्रम में मां-बेटी काव्य प्रस्तुति के तहत पंकज-दीक्षा हिरण, आशा- निशी सुराणा, मीना – आँचल धाकड़, डॉ. ज्योति–अनुष्का नाहर ने विचारों की प्रस्तुति दी।  तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा, ते यु-प अध्यक्ष विक्रम पगारिया ने भावपूर्ण विचार व्यक्त किए। स्वागत मंडल अध्यक्षा सीमा बाबेल, साभार मंत्री ज्योति कच्छारा ने जताया मंच संचालन कार्यक्रम संयोजिका  शशि मेहता ने किया।

 पंकज – दीक्षा हिरण बनी बेस्ट कल्चर्‌ड ड्रेस्ड माँ-बेटी
कार्यशाला में निर्णायक सीमा बांठिया ने बेस्ट कल्चरलड ड्रेस्ड माँ-बेटी के सांस्कृतिक पहनावे व मैचिंग के आधार प्रथम स्थान पर पंकज- दीक्षा हिरण, द्वितिय स्थान पर अनिता–रिषिका कोठारी, तृतीय स्थान पर सीमा-निष्ठा कच्छारा को विजेता घोषित किया। विजेता प्रतियोगियों को समागत अतिथीयों ने सम्मान्नित किया । प्रतियोगिता में 12 माँ-बेटी के जोड़ो ने भाग लिया।

तिल व्यंजन प्रतियोगिता में गांधी अव्वल
मकर संक्रांति के मध्यनजर मंडल द्वारा आयोजित तिल से बने व्यंजन प्रतियोगिता के निर्णायक भुपेन्द्र कोठारी ने प्रस्तुति, पुररुषार्थ और स्वाद के आधार पर कोमल गांधी को प्रथम, अंजू जी कच्छारा द्वितीय, कृति नांदरेच को तृतीय विजेता घोषित किया । विजेता प्रतियोगियों को मंडल पदाधिकारियों ने पुरष्कृत किया। इस प्रतियोगिता के संयोजक श्रीमती कविता खिमावत थी।
By Udaipurviews

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