उदयपुर 31 मई। जिले की गिर्वा तहसील के कानपुर खेडा ग्राम पंचायत के खरबड़िया माइन्स क्षैत्र में कार्यालय द्वारा खनिज रॉक फॉस्फेट के अवैध खनन, निर्गमन व भण्डारण के बारे में शिकायत मिलने पर खान एवं भू विज्ञान विभाग के खनि अभियंता उदयपुर कार्यालय की टीम द्वारा जांच की गई।
खनि अभियंता ने बताया कि जांच के दौरान क्षेत्र में कोई व्यक्ति, मशीन, वाहन इत्यादि अवैध खनन व परिवहन करते हुए नहीं पाये गए और क्षेत्र में घुमफिरकर देखने पर जगह जगह आरएसएमएम की मान्स के पुराने मलबे में छोटे बड़े गढ्ढे किये गये है। खनिज निकालने के गढ्ढो तक पहुंचने के रास्तो का मौका मुआयना कर माईन्स के जोन-5 व 1 से 4 तक जाने के रास्तों को जेसीबी से खुर्द-बुर्द करवाया गया तथा पत्थर व कटीली झाडियां डालकर रास्ते अवरूद्ध किया ताकि अवैध खनन व परिवहन करने वाले इन रास्तों से खनिज नहीं ले जा सके। अवैध खनन व परिवहनकर्ताओ की जानकारी लेने हेतु स्थानीय लोगो से पूछताछ की गई परन्तु कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली। क्षेत्र में विभाग के दलो द्वारा समय समय पर चैकिंग की जाती रही है व पूर्व में कार्यवाहियां की गई व वर्तमान में भी चेकिंग जारी है।
खनि अभियंता ने बताया कि कार्यालय द्वारा खनिज रॉक फॉस्फेट के अवैध खनन व निर्गमन के विरूद्ध वर्ष 2021-22 में 4 प्रकरण दर्ज कर 4.38 लाख, वर्ष 2022-23 में 3 प्रकरण दर्ज कर 4.85 लाख व वर्ष 2023-24 में 2 प्रकरण दर्ज करते हुए 0.85 लाख की वसूली की गई एवं 1 एफआईआर दर्ज कराई गयी है। वहीं वर्ष 2022-23 में समस्त खनिजो के विरूद्ध कुल 68 प्रकरण दर्ज कर राशि 68 लाख रुपये की वसूली की गई तथा 19 एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस प्रकार अवैध खनन व निर्गमन के विरूद्ध कार्यालय द्वारा निरन्तर चैकिंग कर अवैध खनन पर अंकुश लगाया गया है।
देवस्थान पर्यावरण पखवाड़े का आयोजन 5 जून से
उदयपुर, 31 मई। देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित 390 राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों एवं 203 राजकीय आत्मनिर्भर मंदिरों में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून से देवस्थान पर्यावरण पखवाडे का आयोजन किया जाएगा।
देवस्थान आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि इसके तहत डिवीजन के राजकीय मंदिरों में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तुलसी, मोगरा, सदाबहार पौधे व विविध फुलवारी लगवायी जाएगी। आयुक्त ने निर्देश दिए कि जिन मंदिरों में खुली कच्ची जमीन उपलब्ध ना हो वहाँ गमलों में पौधारोपण करे। इस हेतु विभागीय नन्दन कानन योजना के तहत वन विभाग की नर्सरी से निर्धारित शुल्क अनुसार पौधे प्राप्ति संबंधी आवश्यक कार्यवाही समय करने व पौधे लगाने के उपरांत उनके नियमित रखरखाव के लिए संबंधित पुजारी, सेवागीर को पाबंद करने के निर्देश दिए है।