उदयपुर 10 नवंबर . ठा अमरचंद बड़वा शोध पीठ व स्मृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान मे दो दिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत रविवार प्रातः सिटी रेल्वे स्टेशन के सामने तोपमाता बुर्ज पर बड़वा कालीन निर्मित व एकमात्र शेष रही जगत शोभा नाम से प्रख्यात लोडची तोप पर “सेनापति को सैनिक सलाम” कार्यक्रम आयोजित हुआ। बड़वा स्मृति संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो विमल शर्मा ने बताया कि 1751 से 1775 तक चार मेवाड़ महाराणाओं के कार्यकाल मे प्रधानमंत्री व सेनापति रहे ठा अमरचंद बड़वा के सम्मान मे आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ले.ज. एन के सिंह राठौड़ ने की, मुख्य अतिथि एमपीयूएटी के पूर्व कुलपति प्रो उमा शंकर शर्मा व विशिष्ठ सैन्य अतिथि कर्नल अभय लोढ़ा , कर्नल उदयभान करजाली, कमांडर बादल सोनी थे । अपने उद्बोधन मे इतिहासकार राजेन्द्रनाथ पुरोहित , ऐन के सिंह राठौड़ , उदयभान करजाली, अभय लोढ़ा, डा. अनिल शर्मा ने ठा. अमरचंद बड़वा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन के व्रतांत सुनाए। हिन्दुस्तान जिंक से सेवानिवृत्त सिविल इंजिनियर ए के गुप्ता ने जिम्मेदारी वहन करते हुए इस जगत शोभा तोप को सड़क से दिखाई दे उतनी ऊचाई पर स्थापित कराने की घोषणा की ताकि आते जाते पर्यटक व आमजन को इस धरोहर का पता चल सके।
संस्थान के संघटन सचिव जयकिशन चौबे ने बताया कि दूसरा कार्यक्रम मंगलवार 12 नवंबर को 10.30 बजे विधापीठ विश्विद्यालय आई टी सभागार मे होगा । “18वीं सदी मे मेवाड़ और मराठा संबंध” व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रो बी पी शर्मा होंगे। आज के कार्यक्रम का संचालन डा. मनीष श्रीमाली ने किया व डा. विमल शर्मा ने आभार व्यक्त करते हुए सिंधिया पर हुई ऐतिहासिक जीत की खुशी मे प्रतिवर्ष 21 जुलाई को बड़वा नेतृत्व मेवाड़ विजय दिवस मनाने की घोषणा की।
डा. जी एल मेनारिया, गणेश लाल नागदा, इन्द्र सिंह राणावत, डा. रमाकांत शर्मा, डा. चैन शंकर दशोरा, मनोहरलाल मुंदड़ा, नरेन्द्र उपाध्याय, सुधीर सालुंके, धरणीधर तिवारी, नरेन्द्र सनाढ्य , दिलिप रावत, जगदीश पुरोहित, हेमन्त जीनगर सहित शहर के नागरिक सैनिक सलाम कार्यक्रम मे उपस्थित थे ।