उदयपुर। वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर एक बार फिर शनिवार को उदयपुर केन्द्रीय काराग्रह के प्रहरी वापस भूख हड़ताल पर उतर गए। वे मैस का बहिष्कार करते हुए भूखे ही ड्यूटी दे रहे हैं।
उनका कहना है कि मांग पूरी नहीं होने तक वे भूखे ही काम करेंगे। चाहे उनकी तबीयत ही क्यों ना बिगड़ जाए। अपनी मांग को लेकर दिन में जेल प्रहरियों ने सेंट्रल जेल में रैली निकाली और एक दिन पहले कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया था।
गौरतलब है कि उदयपुर सेंट्रल जेल में करीब 250 जेल प्रहरी हैं, जिसमें महिलाएं और पुरुष दोनों ही दिन-रात ड्यूटी दे रहे हैं। जेल प्रहरियों का कहना है कि जनवरी 2023 में भी वेतन विसंगति की मांग को लेकर प्रदेशभर में उन्होंने भूख हड़ताल की थी। इस दौरान उदयपुर में करीब 8 से 10 महिला-पुरुष जेल प्रहरियों की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
इसके बाद राज्य कारागार विभाग के कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने वेतन विसंगति जल्द दूर करने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा सीएम हाउस में हुई वार्ता में राजस्थान कारागार विभाग के महानिदेशक का भी इस मांग पर ध्यान आकर्षित किया था लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हुई है। जेल प्रहरियों का कहना है कि इस बार वे मांगों के संबंध में लिखित आदेश लेकर ही भूख हड़ताल खत्म करेंगे।