विश्व धरोहर कला महोत्सव 2024 का भव्य समापन
उदयपुर, 23 दिसंबर। लेकसिटी के अर्बन स्क्वायर मॉल में भारत और श्रीलंका के चार दिवसीय विश्व धरोहर कला महोत्सव 2024 का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। इस महोत्सव ने न केवल भारतीय बल्कि श्रीलंकाई कलाकारों और धरोहर संरक्षकों को एक मंच पर लाकर सांस्कृतिक और कलात्मक संबंधों को मजबूत किया।
समारोह में उदयपुर क्षेत्रीय चैप्टर के इंटेक कंवीनर गौरव सिंघवी सहित कई कलाकारों और धरोहर संरक्षकों को विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए। महोत्सव के तहत कस्टोडियन ऑफ हेरिटेज डिजाइन एक्सीलेंस एंड यूथ एंगेजमेंट अवार्ड से इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज – उदयपुर चैप्टर के गौरव सिंघवी को तथा लाइफटाइम एम.एफ.हुसैन अवार्ड श्रीलंका के आर्किटेक्चर और आर्ट इंस्टॉलर चमिला महंथा गमगे को, कंटूर स्टूडियो अवार्ड श्रीलंका के शिल्पकार कुशन संजय कुमार गी कियानगे,मास्टरस्ट्रोक स्टूडियो अवार्ड श्रीलंका के चित्रकार पल्लिगोडा विथानगे नमल पुष्पा कुमार को तथा द ब्रशवर्क एटेलियर अवार्ड श्रीलंका के ही चित्रकार देप तुषारा बटुविता पथिरानगे को दिया गया।
विविध प्रस्तुतियों ने मन मोहा :
इस महोत्सव के समापन समारोह में “रावण वध“ का भव्य नृत्य-नाट्य प्रदर्शन और पारंपरिक अग्नि क्रीड़ा ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रीलंका और भारत के प्रसिद्ध कलाकारों ने इस महोत्सव में अपनी अद्भुत कलाकृतियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को प्रभावित किया।
महोत्सव के तहत प्राचीन जल प्रबंधन प्रणालियों को पुनर्जीवित करनाः भारत की जल विरासत से सबक विषय पर पैनल चर्चा में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. कमलेश शर्मा व लोक कला मंडल के निदेशक लईक हुसैन का आयोजन किया गया। इसी प्रकार गौरव सिंघवी,एमएमपीएस के प्रधानाचार्य मयंक त्रिवेदी व सुखाड़िया विश्वविद्यालय के वस्त्र विभाग की डॉली मोगरा ने “प्राचीन मंदिरों का दस्तावेजीकरण और डिजिटलीकरणः भावी पीढ़ियों के लिए“ विषय पर गहन चर्चा की। इसके साथ ही पदमश्री सम्मानित कलाकार प्रेमजी भाटिया और श्रीलंका के अन्य प्रमुख कलाकारों की सहभागिता सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और कला चर्चाओं का आयोजन इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा।