भारत की वैश्विक संस्कृति, धरोहर सम्पूर्ण विश्व में विख्यात – प्रो. सारंगदेवोत

विद्यापीठ में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर सेमीनार का हुआ आयोजन
अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शुभारंभ आगामी दिनों में
झीलों की नगरी आगामी दिनों में बनेगी विश्व पर्यटन का हब – सीपी जोशी
मेवाड़ का पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान – सांसद सीपी जोशी
देश के विकास में पर्यटन उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान ……

उदयपुर 27 सितम्बर / झीलों की नगरी आगामी दिनों में विश्व पर्यटन का हब बनेगी। आगामी दिनों में शीघ्र ही अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शुभारंभ होगा जिससे देश एवं विदेशी पर्यटन में लाभ होगा। विश्व पर्यटन मंे सांस्कृति, आध्यात्मिक धरोहर का महत्वपूर्ण केन्द्र है मेवाड़। इससे सम्बंधित विरासत के सभी घटकांे की सुरक्षा करना आम समाज की जिम्मेदारी है। उक्त विचार शुक्रवार को अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेवल, ट्यूरिज्म एण्ड होटल मैनेजमेंट एवं मिनिस्ट्री ऑफ ट्यूरिज्म भारत सरकार, रामी रॉयल के संयुक्त तत्वावधान में प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में आयोजित समारोह में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं चितौड़ सांसद सी.पी. जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। सांसद जोशी ने कहा कि भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है जिसको आने वाली पीढ़ी में रूपांतरित करने की जरूरत है। आज हमारे देश में विलेज ट्यूज्म बढ़ रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़े हैं उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार अपना काम कर रही है, उन्होंने कोरोना का उदाहरण देत हुए बताया कि बहुत से विकसित राष्ट्र  संघर्षरत थे क्यांेकि केवल सरकारें कार्यशील थी, लेकिन भारत में सरकार केे साथ साथ समाज भी खड़ा था जिससे भारत इस संघर्ष से सफलतापूर्वक विजय हासिल कर सका जिसका प्रमाण पूरे विश्व ने देखा। उन्होंने कहा कि जहॉ सरकार के साथ समाज का साथ हो वहा  कार्य स्वतः सिद्धी को प्राप्त हो जाता है। देश में विदेशी, देशी पर्यटकों में इजाफा हुआ है।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने कहा कि भारतीय संस्कृति बेजोड़ व जीवंत है भारत की वैश्विक संस्कृति व धरोहर सम्पूर्ण विश्व में विख्यात है, जिसे विभिन्न अक्रांताओ के द्वारा छिन्न – भिन्न करने के बाद भी नष्ट नहीं किया जा सका। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि पर्यटन से देश में रोजगार के अवसर एवं जीडीपी मंे पर्याप्त योगदान मिलता है। पर्यटन के विकास में भारत सरकार के विभिन्न आयाम कार्यरत है जिसमें राष्ट्रीय होटल प्रबंधन, भारतीय पर्यटन विकास आदि प्रमुख है। भारतीय पर्यटन में विभिन्न संस्कृतियॉ परिलक्षित होती है जो विश्व में अपने आप में एक अनूठी स्मृति है। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय पर्यटन के प्रमुख केन्द्रों पर स्वच्छ भारत के अभियान के तहत सफाई व सुरक्षा पर विशेष जोर दिया है।  उदयपुर देश, दुनिया में पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहा आने वाले मेहमानों को इतिहास, संस्कृति और भारतीय परम्परा के साथ प्रकृति के खुबसूरत नजारे, झीलें, पहाड और जंगलोे की त्रिवेणी देखने को मिलती है। जहॉ पर्यटकों को देश भर के अलग अलग हिस्सों में घूमकर देखने को मिलता है, वही मेवाड में एक ही क्षेत्र में  उसका सम्मिश्रण मिल जाता है। ़़
इससे पूर्व विशिष्ठ अतिथि बीएन संस्थान के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह रूपाखेड़ी, रामी रॉयल के संस्थापक अशोक जैन, महाराणा प्रताप स्मारक समिति के उपाध्यक्ष युद्धवीर सिंह, प्रो. बीएस राठौड़ ने अपने विचार व्यक्त किए।

प्रारंभ में समन्वयक डॉ. मधु मुर्डिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एक दिवसीय समारोह की जानकारी दी।  समारोह में अतिथियो द्वारा महाविद्यालय द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
संचालन रिया गर्ग ने किया जबकि आभार डॉ. मधु मुर्डिया ने जताया।

इस अवसर पर एस्टकोर्ट गाईड कमल सिंह, डीएस झाला, दिग्विजय सिंह शक्तावत, शौर्यगढ़ के जीएम रूपम सरकार, रामी रॉयल के जीएम दिनेश उपाध्याय, लाभगढ़ रिसोर्ट के जीएम उज्जवल मेनारिया, रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, प्रो. प्रेमसिंह रावलोत, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. शिल्पा कंठालिया, डॉ. नीरू राठौड़, डा. दिनेश श्रीमाली, प्रकाश आचार्य, यामिनी राठौड़ सहित पीएचडी स्कॉलर्स एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

By Udaipurviews

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