जॉब पैदा करने वालों से ही तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत – जनजाति मंत्री

-फिर शीघ्र मिलने के संकल्प के साथ लघु उद्योग भारती के 11वें इंडिया इंडस्ट्रियल 2025 सम्पन्न
-तन-मन-धन से जुटे कार्यकर्ताओं का सम्मान

उदयपुर, 13 जनवरी। राज्य के जनजाति विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि वर्ष 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है और यह लक्ष्य उद्योग और उद्यमियों के श्रम से ही पाया जा सकता है।

यह बात उन्होंने सोमवार को यहां लघु उद्योग भारती उदयपुर इकाई के तत्वावधान में डीपीएस मैदान में चल रहे इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर-2025 के समापन समारोह पर कही। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे जॉब करने वाले नहीं, बल्कि जॉब देने वाले बनें। उद्यम की ओर बढ़ें। उन्होंने उद्यमियों और खास तौर पर लघु उद्यमियों के पसीने से ही देश की अर्थव्यवस्था आकार लेती है। विकसित उद्योग से उद्यमी विकसित होते हैं, देश की अर्थव्यवस्था विकसित होती है और रोजगार भी सृजित होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी उत्पाद में मुनाफे से ज्यादा महत्वपूर्ण गुणवत्ता आवश्यक है। मिलावटी माल से बीमारियां बढ़ रही हैं।

समारोह में लघु उद्योग भारती उदयपुर के अध्यक्ष मनोज जोशी ने कहा कि उदयपुर आज नहीं बल्कि पुरातन काल से व्यापारिक नगर रहा है। यहां की आहड़ सभ्यता के अवशेष यह सिद्ध करते हैं कि यह व्यापार का केन्द्र था। इसके बाद उदयपुर शहर की बसावट भी देखी जाए तो लघु और कुटीर उद्योगों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हो, परिलक्षित होती है। आईआईएफ-2025 का उद्देश्य उदयपुर को फिर से व्यापार का केन्द्र बनाना है। इस फेयर के माध्यम से यहां के उद्यमियों को बाहर वाले जानें और बाहर वाले उद्यमियों को यहां वाले जानें, कनेक्टिविटी बढ़े जिससे व्यापार बढ़े। उन्होंने बताया कि यहां सौ से सवा सौ करोड़ कारोबार हुआ है। चार दिन के इस औद्योगिक मेले में सवा लाख लोग आए।

विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक हेमेन्द्र श्रीमाली ने आह्वान किया कि उद्यमी देश के लिए प्रभावी भूमिका निभाएं। संघ के महानगर संघचालक गोविन्द अग्रवाल ने इसे व्यापारिक जुड़ाव बढ़ाने वाला आयोजन बताया। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग का सशक्तीकरण ही देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगा।

लघु उद्योग भारती के प्रदेश महामंत्री योगेन्द्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान में लघु उद्योग भारती से 25 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य है। मौजूदा सदस्यों की संख्या 15 हजार हैं। उन्होंने बताया कि लघु उद्योग भारती के प्रयासों से ही फैक्ट्री में दुर्घटना होने पर सीधे गिरफ्तारी के बजाय जांच के बाद गिरफ्तारी का प्रावधान बना। पूरे देश के रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन-एक उत्पाद की नीति का सूत्रधार भी लघु उद्योग भारती संगठन है। डूंगरपुर में रेलवे स्टेशन बनते समय पदाधिकारी डूंगरपुर के लिए यह आग्रह लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पास पहुंचे थे, तो उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव तो पूरे देश में लागू हो सकता है। और आज यह काम हुआ है।

इससे पूर्व, समारोह का आरंभ मेल संयोजक तरुण दवे ने अतिथियों के स्वागत से किया। अंत में आभार सह संयोजक मुकेश सिन्हा ने व्यक्त किया। समारोह में कार्यकर्ताओं, सहयोगियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कई स्कूल-कॉलेज पहुंचे

-इस बीच दिन भर आईआईएफ में लोगों की भीड़ रही। एमजी कॉलेज, सेंट पॉल्स, सेंथ एंथोनी, डीपीएस सहित कई स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को यहां का भ्रमण कराया गया।

By Udaipurviews

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