महामहिम राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया स्काउटरों का सम्मान

डंूगरपुर, 23 फरवरी/महामहिम राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने जयपुर में राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं ग्राइड को राज्य पुरूस्कार से सम्मानित किया गया है।
स्काउट के ललित बरण्डा ने बताया कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजकीय आवासीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय खेड़ा आसपुर से प्रवीण कुमार मीणा, शारीरिक शिक्षक स्काउटर एवं स्काउट रामलाल सेगाड़ा,  अरविंद मीणा, जितेंद्र मीणा, गोपाल मीणा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मालमाथा से गाइडर सुश्री हेमलता गमेती, वरिष्ठ अध्यापिका गाइड अंजलि भगोरा मनीषा मेनात, डूंगरपुर से रोवर गोविंद मनात रेंजर वंदना रोत को माननीय राज्यपाल महोदय श्री कलराज मिश्र ने राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया।

पेंशनर्स के भौतिक सत्यापन के लिये मोबाइल एप लान्च किया
डूंगरपुर, 23 फरवरी/सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा फेस रिकाग्नेशन के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशनर्स के भौतिक सत्यापन के लिये मोबाइल एप लान्च किया गया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अशोक शर्मा ने बताया कि यह सुविधा प्रदान करने वाला राजस्थान भारत भर में पहला राज्य है। लगभग 94 लाख पेंशनर्स को सुविधा मिलेगी। उन्होंनेे बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों को घर बैठे वार्षिक सत्यापन किये जाने के लिए आरएजेएसएसपी मोबाइल एप को लॉन्च किया। सामाजिक सुरक्षा पेंशनर्स के लिये यह सुविधा प्रदान करने वाला राजस्थान भारत भर में पहला राज्य है। इससे राज्य के लगभग 94 लाख पेंशनर्स तथा जिला डंूगरपुर के 2 लाख 35 हजार 259 पेंशनर्स को यह सुविधा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि इस एप के माध्यम से किसी भी एन्ड्राइड फोन के द्वारा पेंशनर द्वारा घर बैठे ही वार्षिक सत्यापन किया जा सकता है। इसके लिये पेंशनर को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है। साथ्ज्ञ ही यह सुविधा निःशुल्क है। उन्होंने बताया कि एप के माध्यम से लाभार्थियों के आधार डाटा आधारित तकनीक का प्रयोग करते हुए पेंशनर्स का वार्षिक सत्यापन किया जाएगा। अभी प्रथम चरण में इससे पेंशनर्स को घर बैठे मोबाइल एप के माध्यम से वार्षिक सत्यापन की सुविधा प्रदान की गई है। साथ ही वह अपनी एलिजिबिलिटी भी देख सकता है औैर अपना पेंशन लेजर भी इसके बाद द्वितीय चरण में इसमें घर से ही आवेदन करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि आरजेएसएसपी मोबाइल एप के साथ-साथ फेस आरडी एप को किसी भी एन्ड्राइड मोबाइल पर इन्स्टाल करना होगा। इसके माध्यम से सर्वप्रथम मोबाइल धारक को स्वयं का मोबाइल नंबर एन्टर कर ओटीपी प्राप्त कर मोबाइल का सत्यापित करना होगा। इसके उपरान्त पेंशनर का पीपीओ नंबर एन्टर करना होगा, इसके पश्चात् पेंशनर का नाम, पिता, पति का नाम, योजना का नाम, आधार नंबर आदि प्रदर्शित होगा। फेस केपचर पर क्लिक करने के उपरान्त मोबाइल के आगे अथवा पीछे वाले कैमरे के द्वारा पेंशनर का लाइव फोटो कैप्चर करना होगा। फोटो कैप्चर करते समय पेंशनर को स्वयं की आंखे टिमटिमानी होगी।
उन्होंने बताया कि आधार पोर्टल से पेंशनर का फोटो सत्यापित होने के उपरान्त पेंशनर के वार्षिक भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है। इस सम्पूर्ण कार्य में एक मिनिट से भी कम समय लगता है। पेंशनर के अत्यधिक वृद्व होने अथवा मोतियाबिन्द का ऑपरेशन करवा चुके पेंशनर्स के इस एप के माध्यम से सत्यापन के कुछ अधिक समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि यह मोबाइल एप एनआईसी की सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग तथा आधार पोर्टल के सहयोग से विकसित किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला डंूगरपुर में कुल पंजीकृत सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारी 2 लाख 35 हजार 259 है, जिससे से 171100 लोगों द्वारा यानि 72.73 प्रतिशत अपनी पेंशन का वार्षिक भौतिक सत्यापन करा लिया गया है, शेष 64159 का सत्यापन होना बाकी है। जिला कलक्टर ने पंजीकृृत सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों से अपील की है कि वे सभी इन सेवाओं का प्रयोग करते हुए अपना सत्यापन करावें ताकि योजनानुसार पेंशन लाभ भविष्य में नियमित रूप से मिल सकें।

By Udaipurviews

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