-कवि सम्मेलन में तारक मेहता फेम शैलेष लोढ़ा छाए रहे,श्रोताओं को खूब हंसाया, अन्य कवियों के प्रति श्रोताओं ने दिखाई बेरूखी
फतहनगर। टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मुख्य किरदार शैलेष लोढ़ा की एक झलक पाने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। अवसर था दशहरा महोत्सव के तहत कवि सम्मेलन का। इस कवि सम्मेलन में ख्यातिनाम कवियों को आमन्त्रित किया गया था लेकिन शैलेष लोढ़ा के कद के आगे सभी कवि बौने साबित हुए। लोढ़ा को ही सुनने के फेर में श्रोताओं ने किसी भी कवि को जमने का मौका ही नहीं दिया। हालांकि मंच संचालक संजय झाला ने स्थिति को भांपते हुए तथा कवि सम्मेलन को मध्यरात्रि बाद तक चलाने लोढा को रात साढ़े बारह बजे काव्यपाठ के लिए आमन्त्रित किया। करीब डेढ़ घंटा तक लोढ़ा ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को बांधे रखा। लोढ़ा को सुनने का क्रेज अन्य कवियों पर भारी पड़ गया तथा श्रोताओं की बेरुखी ने प्रत्येक कवि को एक से अधिक कविता पढ़ने का मौका ही नही दिया। रात दो बजे लोढ़ा के काव्यपाठ समापन के साथ ही पूरा पाण्डाल खाली हो गया।
नगरपालिका फतहनगर-सनवाड़ के तत्वावधान में आयोजित इस कवि सम्मेलन में सांसद सीपी जोशी, जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, कृष्ण गोपाल पालीवाल बतौर अतिथि शामिल हुए। सांसद ने फीता काटकर तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ किया। पालिका अध्यक्ष श्रीमती मंजू भील, उपाध्यक्ष नीतिन सेठिया, अधिशासी अधिकारी कृष्णगोपाल माली,भाजपा देहाज जिला उपाध्यक्ष गणपत लाल स्वर्णकार, भाजपा मंडल अध्यक्ष राधेश्याम बागला,पूर्व पालिका अध्यक्ष सुनील डांगी,महामंत्री रोशन खटीक,पार्षद विनोद धर्मावत,गजेन्द्रसिंह रावल तथा अन्य पार्षदों ने अतिथि स्वागत किया। कवियों के स्वागत उपरान्त कवयित्री सुमित्रा सरल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कवि सम्मेलन का आगाज किया। इसके बाद हास्य कवि अर्जुन अल्हड़ ने काव्यपाठ शुरू किया लेकिन जम नही पाए। वीर रस के शंकर सुखवाल ने कविताएँ पढ़कर जमने का प्रयास किया ही था कि मंच पर शैलेष लोढ़ा का आगमन हो गया। लोढ़ा के आते ही श्रोताओं का ध्यान ही बंट गया। गीतकार राजकुमार बादल,अंकितासिंह,आशीष अनल,तेजनारायण बेचैन आदि कवियों ने काव्यपाठ तो किया लेकिन छाप नहीं छोड़ पाए। मंच संचालक संजय झाला ने जरूर अपनी रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। शेलेष लोढ़ा के आगे सभी की चमक फीकी रही।
आज होगा रावण,कंुभकरण एवं मेघनाद के पुतलों का आतिशी दहनः नगरपालिका फतहनगर-सनवाड़ के तत्वावधान में आयोजित दशहरा महोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन शनिवार को रावण,कंुभकरण एवं मेघनाद के पुतलों का आतिशी दहन होगा। इससे पूर्व अखाड़ा मंदिर फतहनगर से स्कूल ग्राउण्ड तक शोभायात्रा निकाली जाएगी। अखाड़ा प्रदर्शन के साथ शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए स्कूल ग्राउण्ड पहुंचेगी तथा सायं 6 बजे से आतिशबाजी का कार्यक्रम शुरू होगा। करीब सवा घंटे तक लोगों को आतिशी नजारे देखने को मिलेंगे तथा इसके बाद रावण,कंुभकरण एवं मेघनाद के पुतलों का आतिशी दहन किया जाएगा