भीलवाड़ा। पटरी के पार स्थित कच्ची बस्ती में उमडा श्रद्धा का सैलाब, गूंजे मंगल गीत। साकेतवासी परम पूज्य श्री 1008 मस्तराम महाराज, श्री 1008 लक्ष्मण दास महाराज पंचमुखी दरबार की असीम अनुकंपा व आशीर्वाद से शिव धाम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य शुभारंभ, तीन दिवसीय पंच कुंडात्मक यज्ञ व अनूठी ऐतिहासिक कलश यात्रा से हुआ। शिवधाम मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि, कलश यात्रा का शुभारंभ मालोला चौराहा स्थित चारभुजा नाथ मंदिर से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धा से केसरिया पीले भगवा वस्त्रों में सजे श्रद्धालु महिलाएं कन्याएं हाथों में कलश लिए व पुरुष भक्तजन सफेद कुर्ता पजामा में भक्ति की भावना से नाचते गाते हुए मंदिर की यज्ञशाला प्रांगण पहुंचे। इस दौरान गुलाब की पंखुड़ियां से पुष्प वर्षा कर स्थानीय निवासियों ने स्वागत अभिनंदन किया, झंडियों द्वारा सजे वातावरण ने माहौल को अलौकिक बना दिया। यात्रा का शुभारंभ नगर निगम के प्रथम महापौर राकेश पाठक, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भगवान सिंह चौहान, भाजपा पूर्व नगर अध्यक्ष कन्हैयालाल स्वर्णकार, राष्ट्रीय सिखवाल समाज के अध्यक्ष तेजमल शर्मा, विधायक सोशल मीडिया प्रभारी दिनेश सुथार के आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। यज्ञशाला में पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं ने यज्ञ स्थल की परिक्रमा कर कलश की स्थापना की। आयोजन को लेकर प्रातः सुबह से ही पूरे क्षेत्र में भक्ति और उत्साह का वातावरण व माहौल बना हुआ था। मंदिर समिति द्वारा अनूठी व्यवस्था ने सभी का मन मोह लिया। कलश यात्रा में इस्कॉन टेंपल के मंडली के द्वारा हरे रामा हरे कृष्णा हरि कीर्तन ने भक्ति ममय वातावरण बना दिया तथा मधुबाला यादव के सानिध्य में भारत माता की रक्षा के कमांडो तथा विभिन्न देवी देवताओं की झांकियां व इसी क्रम में कविता छिपा के सानिध्य में रानी लक्ष्मीबाई तथा बालिकों ने तलवार व त्रिशूल हाथ में लेकर यह फूल नहीं चिंगारी है यह भारत की नारी है, के उद्घोषों के साथ कलश यात्रा को आगे गति प्रदान की।सामाजिक सेवा व आपदा प्रबंधन में स्काउट गाइड की महत्वपूर्ण भूमिका व झांकी भी अनूठी देखने को मिली। इसके साथ बालक बालिकाओं के नारों व उद्घोषों के साथ कलश यात्रा को मंगलमय बना दिया, तथा सजी धजी बग्घी में विराजमान सभी देवताओं के मूर्तियों के साथ मीराबाई, श्री कृष्ण को लेकर विराजी थी, जो पूरे यात्रा का एक मुख्य आकर्षण बना। कलश यात्रा में ढोल व बैंड बाजों की मधुर ध्वनि के साथ पूरा वातावरण भगवा मय बना दिया। कलश यात्रा में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस व ट्रैफिक प्रशासन पूरी तरह मुस्तेद रहते हुए यातायात प्रबंधन की सुदृढ़ व्यवस्था की गई। मंदिर मंडल के मुख्य संरक्षक दिनेश मेहता व मुख्य यजमान प्रशांत व श्रीमती शिवानी गूगलिया ने अल्प समय में अति सुंदर व अति उत्तम व्यवस्था की।।समिति के आयोजक गणों में बाबूलाल टांक, रतन लाल शर्मा, बुद्धि प्रकाश शर्मा, आनंद व्यास, अशोक पारीक, ओमप्रकाश चारण, मानसीह मीणा, शंकर वैष्णव, कपिल सोनी, नारायण सेन, पंकज टेलर, भागचंद शर्मा, भंवर लाल शर्मा, देवीलाल व्यास, मुकेश वैष्णव, धर्मेंद्र अमेरिया, दुर्गेश सेन, हरि कृष्णा यादव, महेश वैष्णव, यशवंत सोनी आदि के साथ महिला मंडल की टीम बखूबी अपनी भागीदारी निभा रही थी।
तीन दिवसीय कार्यक्रम में यज्ञ हवन, भजन संध्या, सुंदरकांड पाठ तथा 19 जनवरी 2025 को प्राण प्रतिष्ठा होगी।