आमजन की परिवेदनाओं का होगा त्वरित निस्तारण
मुख्य सचिव ने वीसी के माध्यम से ली बैठक
उदयपुर, 18 दिसम्बर। भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रव्यापी अभियान सुशासन प्रशासन गांवों की ओर- 2024 का आयोजन 19 से 24 दिसम्बर तक होगा। इसके तहत प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालय पर स्थित अटल सेवा केंद्रों पर विशेष शिविर होंगे। इसमें आमजन की परिवेदनाओं का त्वरित निस्तारण किया जाएगा। मुख्य सचिव श्री सुंधाश पंत ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से बैठक लेकर अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। साथ ही अभियान की ऑनलाइन रिपोर्टिंग ठीक ढंग से समय पर किए जाने के भी निर्देश दिए।
वीसी में जन अभियोग निवारण विभाग की शासन सचिव उर्मिला राजोरिया ने पीपीटी के माध्यम से अभियान की संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 19 से 24 दिसम्बर तक प्रदेश के प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालयों के अटल सेवा केंद्रों पर शिविर होंगे। इसमें आमजन से परिवेदनाएं प्राप्त कर उनका त्वरित एवं समयबद्ध रूप से निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि सुशासन की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने बताया कि 19 दिसम्बर को अभियान का शुभारंभ होगा। वहीं 23 दिसम्बर को संभागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर की उपस्थिति में जिला स्तर पर कार्यशाला होगी। इसमें जिले में निवासरत पूर्व आईएएस अधिकारी को भी आमंत्रित किया जाएगा। कार्यशाला में विभागीय विजन डाक्यूमेंट पर भी चर्चा की जाएगी। मुख्य सचिव श्री पंत ने सभी अधिकारियों को अभियान को लेकर पूर्ण गंभीरता बरतने, आमजन की परिवेदनाओं का समयबद्ध निस्तारण किए जाने तथा प्रतिदिन की प्रगति ऑनलाइन पोर्टल पर समय से अपलोड किए जाने के निर्देश दिए। उदयपुर संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी जयपुर मुख्यालय से वीसी में शामिल हुई। वहीं जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में जिला परिषद सीईओ हेमेंद्र नागर, एसीईओ अंजुम ताहिर सम्मा, डीओआईटी संयुक्त निदेशक शीतल अग्रवाल सहित अन्य अधिकारीगण डीओआईटी सभागार में उपस्थित रहकर वीसी से जुड़े।
कब कहां होंगे शिविर
उदयपुर जिले में सुशासन प्रशासन गांवों की ओर अभियान के तहत शिविरों का निर्धारण कर लिया गया है। इसके अनुसार 19 दिसम्बर को गोगुन्दा व ऋषभदेव, 20 को सायरा, फलासिया व मावली, 21 को कोटड़ा, बड़गांव व भीण्डर, 23 को झाड़ोल, खेरवाड़ा व गिर्वा तथा 24 दिसम्बर को नयागांव, वल्लभनगर व कुराबड़ में शिविर होंगे।
यह होगा अभियान के दौरान
सुशासन प्रशासन गांवों की ओर अभियान के दौरान विशेष शिविरों में प्राप्त होने वाली प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा। इसके अलावा सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर प्राप्त प्रकरणों, संपर्क पोर्टल प्राप्त प्रकरणों तथा राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम 2011 के तहत प्राप्त आवेदनों का निसतारण किया जाएगा।
एसडीएम होंगे प्रभारी अधिकारी
वीसी के पश्चात जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमेंद्र नागर ने सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। इसमें अभियान के दौरान संपादित किए जाने वाले कार्यों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर के निर्देश पर सभी उपखंड अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं अभियान की मोनिटरिंग के लिए भी राज्य सेवा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इसमें गोगुन्दा के लिए उपनिदेशक एचसीएम रीपा, ़ऋषभदेव के लिए उपमहानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक, सायरा के लिए टीएडी उपायुक्त, फलासिया के लिए एसीईओ स्मार्टसिटी, मावली के लिए ओएसडी युडीए, कोटड़ा के लिए अतिरिक्त टीएडी आयुक्त, बडगांव के लिए निदेशक राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, भीण्डर के लिए महाप्रबंधक राजफेड, झाडोल के लिए निदेशक टीआरआई, खेरवाड़ा के लिए भूमि अवाप्ति अधिकारी युडीए, गिर्वा के लिए एडीएम सिटी, नयागांव के लिए उपनिदेशक स्वायत्त शासन, वल्लभनगर के लिए एसीईओ जिला परिषद तथा कुराबड़ के लिए भू प्रबंध अधिकारी उदयपुर को नियुक्त किया गया है।
सतत विकास लक्ष्यों की कार्यशाला एवं समीक्षा बैठक का आयोजन
उदयपुर, 18 दिसम्बर। उदयपुर जिले में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं अन्य हितधारकों को उनकी भूमिका एवं अन्य आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला एवं जिला स्तरीय सतत विकास लक्ष्य क्रियान्वयन एवं निगरानी समिति की समीक्षा बैठक बुधवार को जिला परिषद् सभागार में हुई।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की प्रो. दीपा सोनी ने देश एवं राजस्थान राज्य के सतत विकास लक्ष्यों की प्रगति के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक डॉ. पीयूष कुमार भण्डारी ने जिले के एसडीजी के विभिन्न लक्ष्यों में उदयपुर जिले की स्थिति एवं प्रगति पर पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया। आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के संयुक्त निदेशक महावीर प्रसाद ने संबंधित विभागों को सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन के लिए आह्वान किया। कार्यशाला में एसडीजी के सदस्य विभागों के प्रतिनिधि एवं सांख्यिकी विभाग से सहायक सांख्यिकी अधिकारी नीतू रानी चौबीसा एवं सांख्यिकी निरीक्षक लक्ष्मीलाल मेघवाल उपस्थित रहे।
एफएमडी एवं पीपीआर के टीके लगाने का अभियान 31 दिसम्बर तक बढ़ाया
उदयपुर, 18 दिसम्बर। पशुपालन विभाग द्वारा चलाए जा रहा खुरपका-मुंहपका टीकाकरण कार्यक्रम को पशुपालकों की सुविधा के मद्देनजर राजस्थान सरकार ने 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है।
पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ शरद अरोड़ा ने उदयपुर जिले के पशुपालकों से अपील है कि विभाग की टीम गांव में आने पर ज्यादा से ज्यादा पशुपालक उक्त अभियान का लाभ लेवें तथा अपने पशुओं का टीकाकरण कराकर उन्हें बीमारी से बचाएं। सभी टीके पशुपालक के घर पर निःशुल्क लगाए जा रहे हैं। पशुपालक उनके जन आधार पर संपदा मोबाइल नंबर पर इस कार्य हेतु आया ओटीपी भी पशुपालन टीम के अलावा अन्य को नहीं दें।
डॉ अरोड़ा ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा राज्य सरकार को 1 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में पशुपालकों के लिए बहुत ही आवश्यक योजना पशु मंगल बीमा योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को अपने जन आधार के माध्यम से पंजीयन कर अपने पशुओं का विवरण ऑनलाइन पंजीकरण करना है। दो पशुओं का बीमा राज्य सरकार द्वारा निशुल्क किया जा रहा है। बडगांव तहसील के नोडल अधिकारी डॉ दत्तात्रेय चौधरी ने बताया कि बडगांव क्षेत्र में सुखेर ग्राम पंचायत से योजना का शुभारंभ बुधवार को टीकाकरण के साथ किया गया।
एलएसयूएम कमेटी सदस्य ने किया एमबी अस्पताल के मानसिक विभाग का निरीक्षण
उदयपुर, 18 दिसंबर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के तहत गठित एलएसयूएम कमेटी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर के न्यायिक सदस्य सौरभ गुप्ता ने बुधवार को उदयपुर के महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के मानसिक विभाग का निरीक्षण किया। विभागाध्यक्ष डॉ सुरेश गोचर ने बताया कि श्री गुप्ता ने औचक निरीक्षण कर मानसिक चिकित्सालय में मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों से मिलकर उनके उपचार के बारे मे डॉक्टरों से जानकारी ली। साथ ही मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के लिए संचालित गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के गिरिराज माली उपस्थित रहे।