उदयपुर, 20 दिसंबर : जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार सुबह हुए गैस टैंकर ब्लास्ट ने भयानक तबाही मचाई। एलपीजी टैंकर और ट्रक की टक्कर के बाद हुए धमाके में 11 लोग जिंदा जल गए, जबकि 35 घायल हो गए। हादसे में उदयपुर से जयपुर जा रही लेकसिटी ट्रेवल्स की बस भी बुरी तरह जल गई। घटना में बस का चालक शाहिद पुत्र अब्दुल रहमान (34) निवासी गौसिया कालोनी थाना सूरजपोल की मौत हो गई। शाहिद बस का चालक था और हादसे में बुरी तरह झुलस गया था।
बस हादसे की चपेट में: लेकसिटी ट्रेवल्स की यह स्लीपर कोच बस, जिसमें 34 यात्री सवार थे, हादसे के समय टैंकर के पीछे चौथे नंबर पर थी। इनमें से 32 यात्री उदयपुर के थे। हादसे के बाद बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। 22 यात्रियों से संपर्क हो चुका है, जो मामूली रूप से झुलसे हैं। हालांकि, 10 यात्रियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
हादसा कैसे हुआ: एलपीजी टैंकर अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था। भांकरोटा में दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास यू-टर्न लेते समय जयपुर से आ रहे ट्रक ने टैंकर के नोजल में टक्कर मार दी। इससे 18 टन गैस हवा में फैल गई और 200 मीटर का क्षेत्र आग के चेंबर में बदल गया। इसके कुछ सेकंड बाद ही जोरदार धमाका हुआ। आग की लपटों ने आसपास खड़ी गाड़ियों, बस और दुपहिया वाहनों को चपेट में ले लिया।
भयावह मंजर: धमाके के बाद आसमान में आग की ऊंची लपटें उठीं, जिनमें कई पक्षी भी जल गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लोग जलते कपड़ों को उतारने और जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। मोहनलाल नामक व्यक्ति ने बताया कि गैस के कारण मदद करते समय भी कई लोग बेहोश हो गए। मेरा भांजा हरिलाल हादसे में झुलस गया। अस्पताल पहुंचे शवों में एक ऐसी लाश मिली जिसका सिर्फ धड़ बचा था।
प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि बस का एक परमिट 14 महीने पहले और दूसरा 4 महीने पहले एक्सपायर हो चुका था। इस बस का परमिट 25 अगस्त 2023 तक ही था। इसके बाद इसे रिन्यू ही नहीं कराया गया। वहीं बस का ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट 8 जुलाई 2024 को एक्सपायर हो गया था। यह हादसा परिवहन और सुरक्षा मानकों में लापरवाही का गंभीर उदाहरण है। ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाना आवश्यक है।
राहत कार्य जारी: दमकल और राहत टीम ने 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित की। गेल इंडिया के विशेषज्ञों ने बताया कि घटनास्थल के पास मौजूद कच्चे तेल की पाइपलाइन सुरक्षित है।