नौकर ने बेटे-बहू और पोते को खाने के साथ जहरीला पदार्थ दिया, कैश और गहने लेकर भागा
जयपुर। 1986 से लेकर जनवरी 1992 तक राजस्थान के मुख्य सचिव ंविपिन बिहारी लाल माथुर के बेटे, बहू और पोते को जहर लेकर लूट लिया। गुरुवार सुबह 11 बजे जब घर का काम करने के लिए नौकरानी घर पर पहुंची तो तीनों बेसुध बिस्तर पर पड़े मिले। शोर मचाने पर कॉलोनी के लोग मौके पर पहुंचे। दोपहर सवा बजे पुलिस तीनों को बेसुध हालत में एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंची। तीनों ही हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है। डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने बताया- खोह नागोरियान थाना इलाके में रहने वाले संजीव माथुर, कंचन माथुर, गौरव माथुर सुबह घर पर अचेत अवस्था में मिले। अब की जांच में सामने आया है कि संजीव माथुर का नौकर पूरण मूलरूप से छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। उसने रात को खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर तीनों को खिला दिया। इसके बाद नौकर ने मकान से जेवरात, नगदी लूटी और फरार हो गया। नौकरानी हर दिन की तरह गुरुवार सुबह 11 बजे घर पर काम करने पहुंची। इस दौरान घर का मुख्य गेट खुला हुआ मिला। इसके बाद घर में गई तो एक बेडरूम में संजीव माथुर और कंचन माथुर अचेत पड़े थे, जबकि उनका बेटा गौरव दूसरे कमरे में बेहोश पड़ा हुआ मिला। करीब 12.15 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से 108 एंबुलेंस की मदद से तीनों अचेत अवस्था में पड़े हुए लोगों को एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंची। जहां पर उपचार शुरू किया गया। नौकर पूरण की तलाश में पुलिस टीमें रवाना कर दी गई है।इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट एसएमएस इंचार्ज डॉक्टर बीपी मीणा ने बताया- पुलिस तीन लोगों को लेकर आई थी। उनको मेडिकली बैलेंस किया गया। इसके बाद तीनों को आईसीयू में भेज दिया गया है। ऐसा लग रहा है कि इनके साथ जहरखुरानी की घटना ई है। तीनों की मेडिकल कंडीशन अभी ठीक है। जांच की जा रही हैं।
जयपुर में पूर्व सीएस के परिवार को जहर देकर लूटा
