उदयपुर, 17 मई। दक्षिणी राजस्थान के सर्वांगीण विकास व ’विकसित भारत 2047 में मेवाड़ का योगदान’ विषय पर दिशा बोध कराने के उद्देश्य से उदयपुर शहर के प्रबुद्धजनों की ओर से शुक्रवार को ’अरावली विचार मंच’ का गठन किया गया। समाजसेवी डॉ. मन्नालाल रावत के मुख्य आतिथ्य में आयोजित बैठक में इस मंच के गठन का निर्णय लिया गया। इस मंच के जरिए मेवाड़-वागड़ के विकास से संबंधित सभी क्षेत्रों के प्रमुखजन व विषय विशेषज्ञों के साथ बैठक कर एक विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। जिसे संसद, विधानसभा, सरकार, प्रशासन, न्यायपालिका हर आवश्यक स्थान पर पंहुचाया जाएगा। बैठक में अरावली विचार मंच व मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आगामी दिनों में ’विकसित भारत 2047 में मेवाड़-वागड़ की भूमिका’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। पिछोला झील किनारे स्थित बड़ला महादेव स्थल पर सनातन संस्कृति के अनुरूप वटवृक्ष की मोली के साथ परिक्रमा के बाद डॉ. मन्नालाल रावत ने नगाड़े बजा अरावली विचार मंच के गठन की औपचारिक घोषणा की। इस अवसर पर मंच के बैनर का लोकार्पण भी किया गया। बैठक में कृषि वैज्ञानिक चंद्रगुप्त सिंह चौहान, समाजसेवी बलवंत कुमार शर्मा, मनोज जोशी, शिक्षाविद् डॉ. बालूदान बारहठ, विवेक भटनागर, दीपक शर्मा, सूर्य प्रकाश बरांडा, धर्मेंद्र पुरोहित, भेरूलाल तेली, प्रकाश शर्मा, पवन त्रिवेदी सहित अन्य प्रमुखजन उपस्थित थे।
’अरावली विचार मंच’ का गठन, उदयपुर अंचल का विजन डॉक्यूमेंट तैयार होगा
