प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों में शिक्षण के विभिन्न पहलुओं व सिद्धान्तों पर दी जानकारी
मुख्य अतिथि मेनारिया ने प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत
उदयपुर, 17 मई। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रम में शहर के बाल विनय मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित पाँच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन शुक्रवार को हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता बाल विनय मन्दिर उमावि के संस्था प्रधान शंकरलाल मेनारिया ने की। मुख्य अतिथि राजकीय गुरू गोविंद सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के उप प्रधानाचार्य मनोज पाठक थे, विशिष्ट अतिथि कृष्णा महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सीसारमा की सहायक प्राध्यापक डॉ. सीमा मेनारिया रहे। संस्था प्रधान ने अपने उद्बोधन में कार्यक्रम में हुई गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए शिक्षकों की मेहनत के लिए उन्हें बधाई दी। अतिथियों ने कार्यक्रम में सभी 23 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पारितोषिक प्रदान किए।
इससे पूर्व पंचम दिवस का प्रारंभ प्रार्थना से हुआ। सुश्री महिमा पालीवाल ने सन्दर्भ व्यक्ति के रूप में आए सुश्री चेरिल मेहता उदयपुर को उपरना पहनाकर स्वागत किया। प्रथम सत्र में सुश्री चेरिल मेहता ने योगाभ्यास, आसन एवं प्राणायम के अभ्यास कराये गये। द्वितीय सत्र में सुश्री निशात परवीन ने चार्ट की प्रदर्शनी हेतु समूह में चार्ट को दीवार पर लगाए। श्रीमती पुनम बजाज ने प्रतिवेदन को प्रदर्शनी में लगाया। इसी क्रम में मदन लखारा द्वारा मॉडल एवं टीएलएम को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया। शिविर के तृतीय सत्र में कृष्णा महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सीसारमा की सहायक प्राध्यापक डॉ. सीमा मेनारिया ने बाल मनोविज्ञान पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा मनोविज्ञान को विस्तृत में समझाया। मंत्रम शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय कमली नया खेड़ा की सहायक प्राध्यापक श्रीमती मनीषा बागोरा ने सामाजिक शिक्षण की तकनीक एवं शिक्षा शास्त्र के पहलुओं पर प्रकाश डाला। चतुर्थ सत्र में राजकीय गुरू गोविंद सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के उप प्रधानाचार्य मनोज पाठक ने करके सीखना पर बल देते हुए उदाहरणों द्वारा शिक्षण अधिगम पर प्रकाश डाला और शिक्षण में भौतिक नियमों द्वारा छात्रों की समस्या का समाधान करने के उपाय सुझाए। पांच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का प्रतिवेदन बाल विनय मन्दिर उमावि की उप प्रधानाचार्य डॉ. नितिन मेनारिया ने प्रस्तुत किया। शिक्षाविद् श्रीमती पुनम बजाज, सुश्री निशात परवीन, श्रीमती प्रेमलता यादव एवं श्रीमती मनीषा डेविड ने प्रत्येक दिवस का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। और शिविर से प्राप्त अनुभव को साझा किये। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्रीमती मनीषा डेविड ने स्थानीय विद्यालय में शिक्षण के अपने 23 वर्ष के अनुभव को साझा किये और बताया कि इस शिविर में उन्हें नवाचार के साथ नये आयाम सिखने का अवसर प्राप्त हुआ। अंत में समन्वयक श्रीमती कविता आमेटा ने आभार जताया।