मावली में मदरसे के लिए जमीन आवंटन का मामलाः
फतहनगर। उदयपुर जिले के मावली कस्बे में मदरसे की जमीन को लेकर विरोध प्रदर्शन एवं आवंटित जमीन को निरस्त करने की मांग को लेकर प्रशासन के जरिए राज्य सरकार को ज्ञापन भेजे जाने के कार्यक्रम में सोमवार को नगरपालिका क्षेत्र समेत आस पास के गांवों से बड़ी तादाद में लोग मावली पहुंचे तथा धरना एवं प्रदर्शन में भाग लिया। फतहनगर में विभिन्न संगठनों के आह्वान पर बाजार पूरी तरह से बंद रहा। स्वतःस्फूर्त बंद के दौरान कहीं भी दुकानें नहीं खुली। बाजार में पूरे दिन विरानी छायी रही। जिन ग्रामीणों को बंद का पता नहीं था वे फतहनगर आकर भी बिना खरीददारी के अपने गांवों को लौटने को मजबूर हुए। कहीं भी चाय-पानी की थड़ी तक खुली नहीं थी। शिक्षण संस्थाओं में पहले ही अवकाश कर दिया गया। कृषि उपज मण्डी में आह्वान के चलते बंद रहा। किसान भी माल लेकर नहीं पहुंचे तथा अपना विरोध व्यक्त किया। सर्व हिन्दू समाज के लोगों ने आज मदरसे के लिए आवंटित जमीन को निरस्त करने की आवाज बुलंद की। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा मावली में मदरसे के लिए एक जमीन आवंटित की गयी थी। इस जमीन के आवंटन के बाद से ही मावली में इसका विरोध चल रहा था और लगातार बढ़ते विरोध के चलते जिला प्रशासन ने एसडीएम के मार्फत इसकी जांच करवाई। जांच में सामने आया कि मदरसे के लिए जो जमीन आवंटित की गई है यह जल भराव क्षेत्र में आती है और अब्दुल रहमान प्रकरण से प्रभावित भी नजर आती है। एसडीएम द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी गई। एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलेक्टर ने राज्य सरकार से जमीन निरस्त करने के लिए अग्रिम कार्रवाई हेतु पत्र भी लिख दिया। मदरसे की जमीन को निरस्त करने के लिए नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजेश चपलोत, भाजपा देहात जिला उपाध्यक्ष गणपतलाल स्वर्णकार,पालिका उपाध्यक्ष नीतिन सेठिया,भाजपा मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम बागला,महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रीतु अग्रवाल,निखिल खंडेलवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुनील डांगी,पार्षद विनोद धर्मावत,भारतसिंह झाला,भाजपा एससी मोर्चा देहात जिलाध्यक्ष मुकेश खटीक सहित कई प्रमुख लोग प्रातः मावली पहुंचे। इस दौरान हजारों की तादाद में लोग आसपास के गांव से भी विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे। प्रदर्शन को देखते हुए न सिर्फ मावली कस्बा बंद रखा गया बल्कि कई निजी स्कूलों और सरकारी स्कूलों में आज के दिन अवकाश भी रखा गया। प्रदर्शनकारियों ने पहले तो एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर मदरसे की जमीन को निरस्त करने की अपनी मांग से अवगत भी कराया। जिला कलेक्टर द्वारा राज्य सरकार को लिखे गए पत्र के बाद यह माना जा रहा है कि राज्य सरकार अब जल्द ही इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकती है।
फोटोः 1 व 2 मावली में मदरसे के लिए आवंटित जमीन को निरस्त करवाने की मांग को लेकर बंद फतहनगर का बाजार। फोटोः विकास चावड़ा