पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के दुष्प्रभावों के दौर में होम्योपैथी के प्रति बढ़ रही जागरूकता – प्रो सारंगदेवोत
उदयपुर। राजस्थान विद्यापीठ होम्योपैथिक चिकित्सालय डबोक और सर्वोदय मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में विश्व होम्योपैथी दिवस पर आयोजित होम्योपैथी सप्ताह के अंतर्गत आज दिनांक 15 अप्रैल 2025 को जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय डबोक में निशुल्क आंखों की जांच एवं उपचार के कैंप के साथ होम्योपैथी सप्ताह का हुआ समापन।
राजस्थान विद्यापीठ होम्योपैथिक महाविद्यालय की चिकित्सालय अधीक्षक डॉ निवेदिता पटनायक ने बताया कि इस कैंप में आसपास के क्षेत्र से 157 मरीजो की नेत्र जांच और सफलतापूर्वक निशुल्क उपचार किया गया।
कैम्प में सर्वोदय मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के वरिष्ठ नेत्र रोग चिकित्सक डॉ उपवन पंड्या, डॉ सर्व पंड्या, श्री अजय नाथानी, श्री विजय पंवार , तनीषा टेलर ने अपनी सेवाएं दी।
इस अवसर पर अध्यक्षता कर रहे राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो कर्नल शिव सिंह सारंगदेवोत ने कहा कि वर्तमान संदर्भ में होम्योपैथी का महत्व कई लोगों के लिए एक विकल्प के रूप में महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है, खासकर उन लोगों के लिए जो पारंपरिक चिकित्सा के दुष्प्रभावों से चिंतित हैं या जो समग्र चिकित्सा में रुचि रखते हैं। होम्योपैथी के कुछ समर्थक दावा करते हैं कि यह विभिन्न बीमारियों के लक्षणों में राहत देने में मदद कर सकती है और उपचार प्रक्रिया को बढ़ा सकती है।
कैंप में राजस्थान विद्यापीठ होम्योपैथिक चिकित्सालय के डॉ मीनाक्षी, डॉ संध्या, डॉ राखी , डॉ हर्षिता, डॉ प्रशांत व अस्पताल स्टाफ डॉ प्रकाश,श्री मनोज ,श्री नंदलाल, श्री पुष्कर लाल, श्रीमती हीराबाई श्री जगदीश व महाविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के छात्र मिहिर, सौम्या, योगेश, प्रणव व नसीम की सेवाएं महत्वपूर्ण रही।