उदयपुर। चित्रकार मौलिका देसाई द्वारा बनायी गई पेन्टिंग्स की प्रदर्शनी बागोर की हेवली स्थित कलीवीथी में प्रारम्भ हुई। इन पेन्टिंग्स में वडोदरा की ऐतिहासिक मूर्तियों वास्तुकला, इमारतों और अन्य स्मारकों को दर्शाया है।
बडोदरा के गोत्री क्षेत्र की कलाकार मौलिका देसाई द्वारा बनाई गई 40 पेंटिंग्स की प्रदर्शनी गुजरात राज्य ललित कला के सहयोग से 12 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन ख्यातनाम चित्रकार शैल चोयल,फड चित्रकार कल्याण जोशी, जैन सोश्यल ग्रुप अनंता की अध्यक्ष शिल्पा नाहर,सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक कमलेश शर्मा,आर्किटेक्ट सुनील लढ़ा,कार्यक्रम अधिकारी हेमंत मेहता ने किया।
इस अवसर पर मौलिका देसाई ने कहा कि उन्होंने अब तक अनेक प्रदर्शनी आयोजित की है। यह उनकी तीसरी एकल प्रदर्शनी है। जिसमें कैनवास पर तेल, ऐक्रेलिक सहित वॉटर कलर समेत विभिन्न माध्यमों से बनी करीब 40 पेंटिंग प्रदर्शित की गई है। प्रदर्शनी में मौलिका देसाई ने राजस्थान की फड पेंटिंग को समकालीन कला शैली में नए ढंग से ढालने का प्रयास किया है। इसके अलावा कीर्तिमंदर, लक्ष्मी विलास पैलेस, वडोदरा सेंट्रल, सोसायटी, गोत्री की इस्कॉन हाइट्स और अन्य आकर्षण सहित वडोदरा शहर की ऐतिहासिक विरासत को दिखाया गया है। मौलिका ने अपने पति भावेश देसाई के साथ यात्रा के अनुभवों को भी अपनी पेंटिंग में कैद किया है। फड पेंटिंग राजस्थान की एक पारंपरिक कला शैली है। जिसे मैंने साड़ी, कुर्ता समेत फैब्रिक पर भी डिजाइन किया है।