प्रमुख सचिव माइंस ने ली खनिज विभाग की समीक्षा बैठक
एक्सप्लोरेशन से ऑक्शन तक योजनावद्ध
मेजर मिनरल ब्लॉकों के ऑक्शन में राजस्थान बन रहा अग्रणी प्रदेश
उदयपुर, 17 अक्टूबर. माइंस व पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री टी. रविकान्त ने प्रदेश में वैध खनन को बढ़ावा और अवैध खनन पर कारगर रोक लगाने के लिए खनिज एक्सप्लोरेशन, डेलिनियेशन, माइनिंग ब्लॉक तैयार कर ऑक्शन के कार्य में योजनावद्ध तरीके से तेजी लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंने कहा कि एक्सप्लोरेशन से ऑक्षन तक योजनावद्ध प्रयासों से निवेष, रोजगार और राजस्व में बढ़ोतरी होगी। मेजर मिनरल प्लॉटों के ऑक्षन में राजस्थान देश का अग्रणी प्रदेष बनता जा रहा है।
प्रमुख सचिव श्री टी. रविकान्त उदयपुर खनिज भवन में डीएमजी श्री भगवती प्रसाद कलाल के साथ विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्व लक्ष्यों की शतप्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने के साथ ही राजस्व में होने वाली छीजत को रोकना होगा। विभागीय अधिकारियों को फील्ड में अधिक से अधिक सक्रिय रहने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे अवैध खनन गतिविधियों पर रोक लग सकेगी।
श्री रविकान्त ने कहा कि राज्य सरकार ने परिवर्तित बजट घोषणा की क्रियान्विति में एमनेस्टी योजना जारी कर दी है। अब अधिकारियों का दायित्व हो जाता है कि वे योजना के मुख्य बिन्दुओं और लाभों की जानकारी संबंधित तक पहुंचा कर इस योजना में अधिक अधिक वसूली के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हमें नीलाम खनिज ब्लॉकों में खनन कार्य शीघ्र आरंभ हो इसके लिए संबंधित से समन्वय बनाते हुए ठोस प्रयास करने होंगे। इससे प्रदेश में रोजगार व राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
श्री रविकान्त विधान सभा प्रश्नों, न्यायालयों के प्रकरणों में बकाया जबाव दावें अविलंब प्रस्तुत करने, मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव सहित वीआईपी प्रकरणों पर तत्काल कार्रवाई कर जबाव भिजवाने और सीएमआईएस पोर्टल के प्रकरणों के निस्तारण के निर्देश दिए।
निदेशक माइंस श्री भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि विभाग द्वारा मिनरल ब्लॉकों तैयार कर नीलामी का रोडमेप तैयार कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभागीय मोनेटरिंग व्यवस्था को मजबूत करने के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।
श्री कलाल ने बताया कि इस साल सर्वाधिक मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है। इससे देश में अग्रणी होने के साथ ही निवेश, राजस्व में बढ़ोतरी होने लगी है।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक माइनिंग श्री एमपी मीणा, श्री दीपक तंवर, श्री पीआर आमेटा, एडीजी श्री एसएन डोडिया, श्री एनके सिंह, एफए श्री गिरिश कछारा, ओएसडी श्री श्रीकृष्ण शर्मा, एसजी रिमोट सेंसिंग श्री सुनील वर्मा, एसएमई श्री सतीश आर्य, श्री एसपी शर्मा, श्री आसिफ अंसारी, एसीपी श्री जयेश नीनामा आदि ने विस्तार से गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पहले प्रमुख सचिव श्री टी. रविकान्त ने खनिज भवन व अतिरिक्त निदेशक खनिज उदयपुर के कार्यालयों का निरीक्षण और पौधारोपण किया।