उदयपुर, 20 अप्रेल। वन विभाग एवं डब्ल्यू डब्ल्यू एफ- इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को मेवाड़ बायोडायवर्सिटी पार्क में इको ट्रेल, फोटो वाक, बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन पर विशेष चर्चा का आयोजन हुआ। इसमें 7 से 66 वर्ष तक के लगभग 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उपवन संरक्षक उदयपुर उत्तर अजय चित्तौड़ा ने बताया कि वन क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां के साथ मे तेंदुआ, जरख, मधुमक्खिया, तितलिया एवम कई वन्य जीव उपस्थित है। उन्होंने उनके संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम के संचालक डब्ल्यू डब्ल्यू एफ- इंडिया के प्रभारी अधिकारी अरुण सोनी ने बताया कि वन विभाग और डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया के प्रयासों के माध्यम से दिन प्रति दिन इसमें भाग लेने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। नगर वन क्षेत्र और मेवाड़ बायोडिवर्सिटी पार्क के बारे मे विस्तार से जानकारी साझा की।
पक्षी विशेषज्ञ शरद अग्रवाल और विनय दवे ने इंडियन ग्रे हॉर्नबिल, कॉमन आयोरा, इंडियन येलो टिट, इंडियन गोल्डन ओरियोल, येलो फुटेड ग्रीन पीजन, जंगल आउलेट, टिकल्स ब्ल्यू फ्लाइकैचर, चेस्टनट टेल्ड स्टर्लिंग जैसी 45 से अधिक प्रजातियों के पक्षियों एवम वन्यजीवों के बारे मे जानकारी दी। साथ ही लगभग 20 से अधिक वनस्पतियों की जानकारी विशेषज्ञों द्वारा उपलब्ध कराई गई। सभी पक्षियों के फोटो भवानी प्रताप सिंह द्वारा लिए गए।