– लिखित में आश्वासन मिलने के बाद हटे धरने से
डूंगरपुर, 14 जून(ब्यूरो)। बिजली कटौती को लेकर डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा शुक्रवार को डीकॉम के एसई ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। विधायक घोघरा ने अघोषित बिजली कटौती और बड़े बिजली के बिलों को लेकर नाराजी जताई। इस दौरान विधायक घोघरा ने भजन लाल सरकार पर बिजली सप्लाई करने में नाकाम रहने के आरोप लगाए। विधायक अधिकारियो दारा उनके फोन नहीं उठाने के भी आरोप लगाए। एसई ऑफिस के बाहर विधायक ने डेढ़ घंटे तक धरना दिया। इसके बाद लिखित में आश्वासन मिलने के बाद विधायक ने धरना समाप्त किया।
बिजली निगम के अधिकारी नहीं उठाते है फ़ोन – घोघरा
विधायक गणेश घोघरा गुरूवार को अपने समर्थको के साथ एसई ऑफिस के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वही विधायक एसई को बाहर बुलाने की मांग पर अड़े गए। विधायक की नारेबाजी की आवाज़ सुनकर कर बिजली निगम ऑफिस हड़कप मच गया और सभी अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस के बाहर आ गए। एसई हरिराम कालरा के ऑफिस में नहीं होने पर एक्सईन सीएल रोत ने विधायक समझाइश करने लगे। इस पर विधायक मानने को तैयार नहीं हुए और एक्सईन को ऑफिस बुलाने की मांग पर अड़ गए। करीब डेढ़ घंटे के बाद विधायक को लिखित में आश्वासन मिलने के बाद विधायक धरना खत्म किया। इस दौरान विधायक ने कहा कि, गांव में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। मुश्किल से गांव दिन में 4 से 5 घंटा ही बिलजी मिल पा रही है। वहीं, जब खाने बनाने के समय होता है तभी बिजली चली जाती हैं। निगम बिना बिजली के मीटर के रीडिंग लिए ही बिजली का बिल थमा देती है। बिजली का बिल 5 हजार से 50 हजार तक आ रहा है। जबकि घर में एक लाईट और पंखा ही चल रहा होता है। साथ में विधायक ने कहा निगम के अधिकारी और कर्मचारी फोन नहीं उठाते है। टॉलफ्री नंबर फोन करने पर भी हमेशा फोन बीजी बताता है।