राजनीतिक झरोखा : ‘प्रोफेसर’ के टिकट पर ‘डॉक्टर’ का वीटो

कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने उदयपुर से गौरव वल्लभ के नाम पर चर्चा तो की, किन्तु फाइनल अभी बाकी  
-सुभाष शर्मा
उदयपुर शहर विधानसभा सीट से प्रमुख दावेदारों में राष्ट्रीय चेहरा प्रो.गौरव वल्लभ टिकट लेने में सफल रहेंगे या नहीं। यह मंगलवार देर शाम तक जाहिर हो जाएगा। हालांकि चर्चा यह है कि उदयपुर शहर से कांग्रेस के  दावेदार को लेकर पार्टी में राज्य की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले डॉ. सीपी जोशी की सहमति जरूरी है।
इसको लेकर चर्चा दोनों तरह की हैं। एक चर्चा यह है कि जोशी ही हैं, जिनके कहने पर गौरव वल्लभ उदयपुर में सक्रिय हुए और यहां से विधानसभा चुनाव जाने की तैयारी में जुट गए। पिछले कुछ महीनों से गौरव वल्लभ उदयपुर में बने हुए हैं और आश्वस्त हैं कि पार्टी नेतृत्व ही उन्हें अवसर प्रदान करेगा। हालांकि उन्हें बाहरी बताकर उनकी पार्टी के कुछ नेता उनका विरोध करने में जुटे हैं और चाहते हैं कि पार्टी किसी स्थानीय प्रत्याशी को मैदान में उतारे। बावजूद वह यह भी जानते हैं कि इससे जीत सुनिश्चित नहीं हो सकती। उदयपुर की जनता पहले भी बाहरी प्रत्याशी की झोली को जीत से भर चुकी है। जिसमें उदयपुर से चार बार के विधायक रह चुके भाजपा के दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया भी शामिल हैं। राजसमंद जिले के होने के बावजूद वह उदयपुर तथा चित्तौड़गढ़ जिले की विधानसभाओं से चुनाव लड़े ही नहीं, बल्कि जीत दर्ज की। जिसके बाद उन्होंने उदयपुर को अपना घर आंगन बना लिया था।
दूसरी चर्चा यह भी है कि सोमवार को जब दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई, उसमें उदयपुर शहर विधानसभा सीट को लेकर भी मंथन चला। राष्ट्रीय चेहरे के रूप में गौरव वल्लभ की दावेदारी को लेकर गंभीरता से विचार चला। अन्य दावेदारों में राज्य के मुख्यमंत्री दिनेश खोड़निया पर भी बातचीत हुई। बैठक में मौजूद नेता अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंच पाए। लाभ—हानि तथा जातिगत समीकरण को लेकर चले लंबे मंथन के बाद भी मामला लंबित रह गया। एक अफवाह यूं भी उड़ी कि खुद डॉ. सीपी जोशी ने गौरव वल्लभ की दावेदारी को लेकर अड़े हुए हैं तो दूसरी अफवाह ठीक इससे उलट है, जिसमें चर्चा है कि डॉ. जोशी किसी स्थानीय या जैन प्रत्याशी को कांग्रेस से उतारना चाहते हैं। हालांकि साबित नहीं हो पाया कि इनमें से कौनसी बात सही है। अलबत्ता डॉ. जोशी से बात नहीं हो पाई जबकि गौरव वल्लभ का कहना है कि वह स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल नहीं, उसमें क्या चर्चा हुई, उन्हें नहीं पता।
इधर, बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग कमेटी ने सोमवार को राजस्थान की 64 विधानसभा सीटों पर मंथन किया, जिनमें से ज्यादातर पर टिकट फाइनल कर लिया गया, लेकिन घोषणा अभी बाकी है। इसके बाद बाकी 30 सीटों पर मंथन जारी है और मंगलवार या बुधवार तक सभी 200 प्रत्याशियों के नाम सामने आ जाएंगे।

By Udaipurviews

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