चितौड़गढ़, 30 अगस्त। कार्यालय उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा के सभागार परिसर, चितौड़गढ़ में शुक्रवार को सिंचाई प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान कोटा (आई.एम.टी.आई. कोटा) एवं जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई चितौड़गढ़ (डी.पी.एम.यू. चितौड़गढ़ ) के तत्वधान में अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम कि विस्तृत रूपरेखा एवं संचालन शैलेन्द्र धारगवे अधीक्षण भू जल वैज्ञानिक भू जल विभाग उदयपुर, द्वारा किया गया। कार्यक्रम में भू जल विभाग चित्तौड़गढ से डॉ शुभेन्द्र पाल सिंह नोडल अधिकारी, एवं कुनाल लिग्री सहायक नोडल अधिकारी अटल भू जल योजना चित्तौड़गढ, सुधिर शेखर व्यास अधीक्षण अभियंता वाटर शेड विभाग, प्रकाश चन्द्र खटीक सहायक निदेशक उद्यानिकी विभाग, दीलिप कुमार जी सहायक अभियंता जल संसाधन विभागए लोकेश कुमार कंथालिया सहायक अभियंता वाटर शेड विभाग, डॉ. आर. के सामोता उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा चित्तौड़गढ सहयोगी विभाग के अधिकारियों एवं चितौड़गढ़ पंचायत समिति की 40 ग्राम पंचायतो के कृषि अधिकारी, सहायक कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक एवं प्रगतिशील किसानो ने उक्त प्रशिक्षण मे भाग लिया।
नोडल अधिकारी अटल भू जल योजना- डॉ शुभेन्द्र पाल सिंह ने प्रशिक्षण में अटल भू-जल योजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभिन्न विभागों द्वारा ग्राम पंचायतों में कराये जा रहे भू जल संरक्षण एंव संवर्धन के कार्यो का प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने अटल भूजल योजना की जानकारी देते हुए योजना के मूल उद्देश्यों – जन सहभागिता से जल प्रबंधन को मजबूत करना वाटर रिचार्ज एवं गिरते हुए जल स्तर को रोकने पर चर्चा की तथा ग्राम पंचायत स्तर पर जनसहभागिता के साथ योजना कितनी सार्थक एवं आवश्यक है, इस पर एक दूसरे के विचार विमर्श किये जाने तथा आपसी समन्वय से किस प्रकार गिरते जल स्तर को रोका जावें इस पर विस्तृत चर्चा की गई साथ ही सहभागी विभागो के अधिकारियों से आग्रह किया की अधिक से अधिक जल संरक्षण के कार्या को जनसहभागिता से किया जाये तथा योजनान्तर्गत प्रोत्साहन राशि के घटकों पर विस्तृत चर्चा कर जानकारी दी।
अधीक्षण भू जल वैज्ञानिक भू जल विभाग उदयपुर शैलेन्द्र धारगवे ने योजना के मूल उद्देश्य प्राप्ति हेतु सभी प्रतिभागियों से विस्तृत चर्चा कर वर्षा जल संरक्षण के बारे में जानकारी दी तथा कार्यक्रम मे सहभागी विभाग से अधीक्षण अभियंता वाटर शेड विभाग एस.एस. व्यास द्वारा विभागीय कार्यो एवं जल संरक्षण पर चर्चा की गयी। उद्यानिकी विभाग के सहायक निदेशक प्रकाश चन्द्र खटीक ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओ की जानकारी दी एवं योजना पर चर्चा की।
उक्त प्रशिक्षण में भू-जल विभाग चितौड़गढ़ के हिम्मत लाल चौधरी, मुकेश गुर्जर, हरि शंकर शर्मा आई.ई.सी. एक्सपर्ट, दिपेश मोहन शर्मा एग्रिकल्चर एक्सपर्ट एवं सुनिल कुमार प्रजापत, प्रमोद उपाध्याय मल्टी टांस्किग स्टाफ आदि ने प्रशिक्षण के सफल संचालन में सहयोग प्रदान किया।