चित्तौड़गढ़ 27 अगस्त। पीएम विश्वकर्मा योजनांतर्गत जिला क्रियान्वयन समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर आलोक रंजन को अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में ग्राम पंचायतों, शहरी निकायों तथा जिला स्तर से अनुशंसित प्रकरणों को जिला क्रियान्वयन समिति के समक्ष अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया गया। साथ ही, योजना के अंतर्गत लंबित आवेदनों का निस्तारण एवं जिले में पीएम कौशल केंद्र के संचालन के संबंध में चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने पारंपरिक कार्यों से जुड़े 18 ट्रेड्स जैसे सुथार, लोहार, नाई, दर्जी, सुनार, मोची, धोबी, राजमिस्त्री, मूर्तिकार, मालाकार आदि से जुड़े कारीगरों को अधिक से अधिक संख्या में लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने योजना के अंतर्गत गैर पात्र आवेदकों का विभाग की अन्य योजनाओं के माध्यम से स्किल डेवलपमेंट करने के निर्देश दिए। साथ ही, जिला कलक्टर ने गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम से आवेदकों का सत्यापन करने के निर्देश दिए।
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के महाप्रबंधक राहुल देव ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के 18 ट्रेड्स में से दर्जी और राजमिस्त्री ट्रेडस के आवेदन आनुपातिक रूप से अत्याधिक प्राप्त हुए हैं। चित्तौड़गढ़ जिले में 60% आवेदन दर्जी व 15% आवेदन राजमिस्त्री ट्रेड्स में प्राप्त हुए हैं। उक्तानुसार दर्जी और राजमिस्त्री ट्रेड के आवेदन पत्रों का भौतिक सत्यापन ग्राम पंचायत स्तर पर सम्बन्धित सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी एवं राजीविका की समिति के संयुक्त निरीक्षण द्वारा तथा शहरी क्षेत्रों के लिये आयुक्त या अधिशाषी अधिकारी, नगरपालिका स्वच्छता निरीक्षक के द्वारा संयुक्त रूप से करवाया जाएगा।
बैठक में जिला कलक्टर ने लंबित आवेदनों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। बैठक में वर्तमान में जिले में संचालित ट्रेनिंग सेंटर पीएम कौशल केंद्र पर चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने संपूर्ण जिले में आईटीआई के माध्यम से नवीन कौशल केंद्र ट्रेनिंग सेंटर के रूप में शीघ्र स्थापित करने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में जिला क्रियान्वयन समिति के डोमेन एक्सपर्ट व सदस्य श्री मिट्ठू लाल जाट, श्री गोटू लाल सुथार, अग्रणी जिला प्रबंधक सहीत जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र चित्तौड़गढ़ के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।