-शहर के विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता पर दिया जोर
-शहरवासियों को मिले सबसे अच्छा साइकिल और वॉकिंग ट्रैक: जिला कलक्टर मेहता
भीलवाड़ा, 27 सितंबर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार को नगर विकास न्यास के अधिकारियों के साथ शहर के विकास कार्यों का अवलोकन करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान यूआईटी सचिव ललित गोयल के साथ तथा न्यास टीम की उपस्थिति में सर्वप्रथम पुलिस लाइन मैदान में प्रस्तावित स्टेज निर्माण, न्यास की सुखाड़िया नगर योजना अंतर्गत प्रस्तावित सड़क निर्माण तथा साइकिल ट्रैक निर्माण को लेकर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में दिशा निर्देश दिए।
पुलिस लाइन मैदान में विभिन्न राजकीय कार्यक्रमों के भव्य आयोजन के लिए यहां स्टेज बनाया जाना प्रस्तावित है। मंच के छोटा व पुराना होने के कारण वर्तमान स्टेज को डिस्मेंटल करके यह नया स्टेज बनाया जाना है। इसके प्लान को जिला कलक्टर ने देखा और इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने पुलिस लाइन मैदान में टॉयलेट्स निर्माण, शेड लगाएं जाने के संबंध में भी दिशा निर्देश दिए। एसपी विमल सिंह इस दौरान मौजूद रहे।
इसके पश्चात न्यास की सुखाड़िया नगर योजना अंतर्गत प्रस्तावित सड़कों के निर्माण कार्य के प्रस्तावों का जायजा लिया। जिला कलक्टर ने सड़क के मध्य में आ रहे नाले को ढकने के संबंध में निर्देशित किया ताकि दोनों और की सड़क को जोड़ा जा सके। सड़क की चौड़ाइकरण करने के निर्देश भी जिला कलक्टर ने दिए।
सुखाड़िया नगर से आरजिया चौराहे तक लगभग 4 किमी लंबाई का साइकिल ट्रैक निर्माण किया जाएगा। जिला कलक्टर ने साइकिल ट्रैक एंड वॉकिंग के सम्पूर्ण रूट का जायजा लिया उन्होंने साइकिल ट्रैक का डामरीकरण, बैठने के लिए बेंच लगाने, आवश्यक संकेतक भी लगाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने न्यास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि साइकिल ट्रैक निर्माण के दौरान बीच में आने वाले अनाधिकृत निर्माण, अतिक्रमण, रैंप इत्यादि को हटाया जाएं। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता का ध्यान रखें। उन्होंने आम जनता की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए ताकि शहरवासियों को शहर का सबसे अच्छा साइकिल और वॉकिंग ट्रैक मिल सकें।
निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता यूआईटी योगेश माथुर, यूआईटी एक्सईएन जीतराम जाट, एईएन रामप्रसाद जाट, रवीन्द्र कुशवाहा, कनिष्ठ अभियंता रोहित कुमार चौबीसा आदि मौजूद रहे।