उदयपुर २१दिसंबर। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डाइट के विजन को लेकर उत्कृष्टता के छ: प्रमुख स्तंभों पर आरएससीईआरटी में उदयपुर की डाइट फैकल्टीज ने विचार मंथन किया।
डाइट उदयपुर के प्रिंसिपल डीईओ चंद्रशेखर जोशी के अनुसार राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर के तत्वावधान में गत 18 से 21 दिसंबर तक चार दिवसीय सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डाइट के संस्थागत विकास पर प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत चयनित उदयपुर डाइट की फैकल्टीज सहित राज्य की बीकानेर, कोटा,अलवर जोधपुर तथा चुरू डाइट की फैकल्टीज ने भाग लिया।
इस कार्यशाला में डाइट को उत्कृष्टता का केंद्र बनाने के लिए निर्धारित छ: प्रमुख स्तंभों पर गंभीरता के साथ चिंतन व मनन किया गया। इन स्तंभों में डाइट का बुनियादी ढांचा तथा संसाधन, शिक्षक प्रशिक्षण,अनुसंधान एवं साक्ष्य आधारित अभ्यास,समावेशी शिक्षा और सहायता, व्यावसायिक शिक्षा पर फोकस तथा सहयोग एवं नेटवर्किंग शामिल है। इन बिंदुओं पर संबंधित डाइट की वर्तमान में संचालित गतिविधियों में आवश्यक बदलाव के साथ उत्कृष्टता की ओर लेकर जाने वाले तथ्यों की पहचान की जा रही है।
इस चार दिवसीय कार्यशाला में डाइट उदयपुर से डॉ मृदुला तिवारी, डॉ बृजबाला शर्मा, डॉ जगदीश कुमावत,गायत्री जोशी,बीना कंवर राजपूत,मंजू टाक, त्रिभुवन चौबीसा,हरिदत्त शर्मा तथा गिरीश कुमार चौबीसा ने भाग लिया।
कार्यशाला में आरएससीईआरटी के संयुक्त निदेशक शंभुलाल नायक,प्रोफेसर प्रथम निर्मला शर्मा तथा प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर नीतू सालवी, एसआरजी आशीष कौशिक व सांवरिया सोनी के साथ ही अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के दस्तावेज के आधार पर डाइट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत उत्कृष्टता के कारकों को समझाने में मदद की गई ।
जानकारी के अनुसार संपूर्ण देश में डाइट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत छ:स्तंभों पर मंथन करने वाली राजस्थान की आरएससीईआरटी पहली संस्था है जिसके माध्यम एनसीईआरटी नई दिल्ली को विजन प्रस्तुत कर रोल मॉडल बनाया जा सकेगा।