सामूहिक विवाह व अयोध्या यात्रा की तैयारियों पर हुआ निर्णय

उदयपुर। श्री झूलेलाल सेवा समिति ने अपनी आगामी गतिविधियों और कार्यक्रमों की योजना बनाने के लिए महत्वपूर्ण बैठक का  शक्ति नगर स्थित झूलेलाल भवन में आयोजन किया।
समिति के अध्यक्ष प्रतापराय चुग ने जानकारी दी कि पिछले 28 वर्षों से सिंधी समाज सामूहिक विवाह का सफलतापूर्वक आयोजन करता आ रहा है। इस परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के अवसर पर फरवरी में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में यह तय किया गया कि इस बार सामूहिक विवाह में उदयपुर के साथ-साथ बांसवाड़ा, डूंगरपुर, निंबाहेड़ा, नीमच, राजसमंद सहित आसपास के क्षेत्रों के सिंधी समाज के परिवार भी भाग ले सकेंगे। इसके लिए विभिन्न पंचायतों से संपर्क साधा जाएगा ताकि अधिक से अधिक परिवार इस आयोजन का हिस्सा बन सकें।
3 मार्च से होगी भव्य अयोध्या यात्रा : समिति के महासचिव मनोज कटारिया ने जानकारी दी कि कार्यकारिणी की बैठक में 3 मार्च से शुरू होने वाली अयोध्या यात्रा का सात दिवसीय कार्यक्रम भी तय किया गया। यह यात्रा उदयपुर से शुरू होकर अयोध्या, प्रयागराज, चित्रकूट और वाराणसी जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों से गुजरते हुए 11 मार्च को वापस उदयपुर पहुंचेगी।
इस यात्रा में केवल 180 श्रद्धालुओं को ही शामिल किया जाएगा। यात्रियों के लिए परिवहन, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की जिम्मेदारी निभाने हेतु अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं।  किशोर झम्बानी, मनोज कटारिया, जगदीश निचलानी, नरेंद्र कथूरिया, राकेश बजाज और धीरज तुलसीजा ने इन समितियों का गठन किया और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी जायेगी।
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया झूलेलाल भवन, शक्तिनगर में प्रारंभ हो चुकी है। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 निर्धारित की गई है।
बैठक में वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दिए सुझाव : बैठक के दौरान समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशोर झम्बानी ने बताया कि यात्रा का आयोजन ट्रेन और बस दोनों माध्यमों से किया जाएगा। इसके अलावा, विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श के लिए पदाधिकारियों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
बैठक में विजय आहुजा, राजेश चुग, अशोक पाहुजा, भगवान दास छाबड़ा, सुनील कालरा,  भारत खत्री, मुकेश खिलवानी, गुरमुख कस्तूरी ,सुनील खत्री, हीरानंद चेनानी, कमलेश राजानी, सुरेश चावला और कमल कृपलानी आदि गणमान्य पदाधिकारी  ने विचार रखे वह चर्चा की सिंधी समाज के इन आयोजनों से समाज में एकजुटता और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति समर्पण का संदेश दिया गया है।
By Udaipurviews

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