डूंगरपुर, 11 जनवरी। साइबर ठगी के एक मामले में पुलिस की कार्रवाई के दौरान एक आरोपी की मौत हो गई, जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना शुक्रवार (10 जनवरी) को उदयपुर के उमरड़ा इलाके में हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपी एप के जरिए लड़कियों की फोटो दिखाकर उन्हें उपलब्ध कराने का झांसा देते थे और इस बहाने लोगों से ठगी करते थे। आसपुर थाना प्रभारी तेज सिंह ने बताया कि आसपुर थाना क्षेत्र के चार आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी की शिकायत दर्ज की गई थी। मामले की जांच के दौरान संदिग्ध मोबाइल नंबर की लोकेशन उमरड़ा (उदयपुर) के शुभ शांति विहार अपार्टमेंट में मिली। इसके बाद साइबर सेल और पुलिस टीम ने गुरुवार देर रात वहां छापा मारा।
तीन मंजिल से भागने की कोशिश में हुई मौत : पुलिस ने अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 208, ब्लॉक ए से लेकर फ्लैट नंबर 404, ब्लॉक डी तक की तलाशी ली। इस दौरान फ्लैट नंबर 304 से हरीश (आसपुर निवासी) और अनिल (पारड़ा जानी निवासी) को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन फ्लैट नंबर 307 से आरोपी रमेश पाटीदार (पिंडावल निवासी) पुलिस को देखकर भागने लगा। वह तीसरी मंजिल से भागकर चौथी मंजिल की छत पर पहुंच गया। पुलिस से बचने के प्रयास में रमेश छत से बालकनी में गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत पेसिफिक हॉस्पिटल, उमरड़ा ले जाया गया, जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए महाराणा भोपाल हॉस्पिटल, उदयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई।
ऑपरेशन प्रतिबिंब के तहत कार्रवाई : पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन प्रतिबिंब के तहत साइबर ठगों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत आसपुर क्षेत्र में दर्ज मामलों की जांच की जा रही थी। आरोपियों ने एप के जरिए लड़कियों की फोटो दिखाकर उन्हें उपलब्ध कराने का झांसा दिया और लोगों से पैसे ऐंठे। पुलिस ने बताया कि ऐसी ठगी के मामलों में पीड़ित अक्सर बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराते, जिसका आरोपी फायदा उठाते हैं। फिलहाल, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है और मामले में आगे की जांच जारी है।
परिजनों को दी गई सूचना : मृतक रमेश पाटीदार का शव उदयपुर के महाराणा भोपाल हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है। घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस का कहना है कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।