बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस – बीएपी में टक्कर, मालविया की अग्नि परीक्षा, राजकुमार और पार्टी का भविष्य तय करेंगे नतीजे 

 – जुगल कलाल 

डूंगरपुर, 01 जून (ब्यूरो) । 35 दिन बाद 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने वाले है। इसी को लेकर प्रदेश की हॉट सीट बनी बांसवाड़ा में एक बार फ़िर से चुनावी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। आदिवासी बहुल इस सीट पर बीजेपी और भारत आदिवासी पार्टी के बीच में कड़ा मुकाबला है। बीजेपी से वागड़ के कद्दावर नेता महेंद्र जीत मालवीया और बीएपी से राजकुमार रोत उम्मीदवार है। मालवीया के लिए चुनाव परिणाम अग्नि परीक्षा है। वहीं, राजकुमार रोत के परिणाम पार्टी और उनका भविष्य तय करेगा।

मालविया से  बदला लेने के लिए किया गठबंधन-वागड़ कांग्रेस का गड़ था। लेकीन आज़ादी के बाद कांग्रेस यहां पर सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। लोकसभा की कुल 8 विधानसभा सीटों में से 5 पर कांग्रेस काबिज है। उसके बाद भी कांग्रेस की हाई कमान ने अंतिम वक्त बीएपी से गठबंधन कर लिया है और अरविंद डामोर को नामांकन वापस लेने के कहा लेकीन अरविंद डामोर ने नामांकन वापस नहीं लिया। ऐसे में कांग्रेस के सिंबल चुनाव लड़े। मगर उनका चुनाव प्रचार काफ़ी कमजोर रहा। राजनीतिक जानकर बताते है कि, कांग्रेस छोड़ भाजपा शामिल हुए मालिविया से बदला लेने और उन्हे सबक सिखाने के लिए कांग्रेस ने बीएपी से गठ बंधन किया।

5 साल पहले बीटीपी अब बीएपी –2018 विधानसभा चुनाव में बीटीपी पार्टी यहां चुनावी मैदान में उतरी। पार्टी ने चौरासी और सागवाड़ा सीट जीती। 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी गुटबाजी बड़ने लगी। इसके बाद पार्टी कुछ नेताओं ने भारत आदिवासी पार्टी के नाम से नई पार्टी बनाई। विधानसभा चुनाव बीएपी 4 सीटों पर  जीती। जिसमें चौरासी, धरियावद, आसपुर और मध्यप्रदेश की सेलाना सीट शामिल है। वहीं, बीटीपी पार्टी चुनाव में शून्य पर पहुंच गई। बीएपी ने सबसे ज्यादा कांग्रेस के वोट बेंक पर सेंध लगाई है। भाजपा को बांसवाड़ा सीट के लिए एक कद्दावर नेता की तालाश थी। महेंद्रजीत मालविया के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा को बड़े नेता की तालाश खत्म हो गई और मलीविया भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया। मलीविया 4 बार कांग्रेस से विधायक, एक बार सांसद रहे चुके है। वहीं, कांग्रेस सरकार में 2 बार मंत्री भी रह चुके है।

फैक्ट फाइल –बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल दूसरे चरण में मतदान हुआ। इस सीट पर 72.77 फ़ीसदी मतदान हुआ। जो कि राजस्थान दूसरा सबसे ज्यादा मतदान वाली सीट है।  4 जून को दोपहार 12 बजे तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है। बांसवाड़ा सीट डूंगरपुर जिले 3 विधानसभा और बांसवाड़ा ज़िले 5 विधानसभा सीट मिलकर यह लोकसभा सीट बनती है।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!