बैठक में कहा- ‘गाडि़या लोहार समाज के लोगों को पट्टा दें, पर्याप्त रोजगार की व्यवस्था करें’
हाथों-हाथ एक निर्धन महिला को यूआईटी में संविदा पर लगाया कंप्यूटर ऑपरेटर
उदयपुर 11 जनवरी। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा घुमंतू जातियों के कल्याण और समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। एक और अभिनव पहल करते हुए न सिर्फ कलेक्टर ने गाडि़या समाज के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई, बल्कि हाथों-हाथ उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित दिए। यही नहीं, निर्देशों की पालन की समय सीमा भी तय की और रोजगार की आस में आई एक बेहद निर्धन गाडि़या लोहार समाज की महिला को कॉन्ट्रेक्ट पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर लगाने के निर्देश यूआईटी सचिव को दिए। कलेक्टर ने कहा कि गाडि़या लोहार की समस्याओं का त्वरित समाधान होना चाहिए, इन्हें मुख्य धारा में लाना हमारा कर्तव्य है। बैठक में अखिल भारतीय गाडि़या लोहार समाज विकास समिति के पदाधिकारी एवं अन्य समाज प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पट्टे मिलेंगे, आवास बना सकेंगे गाड़ोलिया लोहार:
जिला कलेक्टर ने बैठक में जिले के विभिन्न उपखंडों से आए गाडि़या लोहार समाज के प्रतिनिधियों से उनके आवास और भूमि के संबंध में बाट की। समाज के प्रतिनिधियों ने भी बताया कि वर्षों से हम यहाँ रह रहे हैं, बाप-दादा पट्टों की आस में भटकते-भटकते दुनिया से गुजर गए, लेकिन पट्टे नहीं मिले। इस पर कलेक्टर ने हाथों-हाथ यूआईटी सचिव से कहा कि गाड़ोलिया लोहार समाज के प्रतिनिधियों की समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जाए और शीघ्र इन्हें पट्टे देने की कार्यवाही शुरू की जाए। इस पर गाड़ोलिया लोहार समाज के प्रतिनिधियों ने तालियाँ बजाकर अभिवादन किया। इसके अलावा आधार, राशन, कोरोना टीकाकरण सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की।
रोजगार की समस्या का भी करें समाधान – कलेक्टर
जिला कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि गाड़ोलिया लोहार समाज के लोगों के रोजगार की समस्या का प्रभावी समाधान करें। उन्होंने कहा कि आज के युग में भी ये फुटपाथ पर रहने को मजबूर हैं एवं इनके पास स्थायी रोजगार नहीं है इसलिए गाडि़या लोहार समाज के लोगों के लिए मार्केट विकसित करें और इन्हें स्थायी रोजगार से जोड़ने के प्रयत्न करें तभी इनका जीवनस्तर सुधार सकता है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि जो ज्ञापन दिए हैं, इनके अलावा भी और कोई ज्ञापन हों तो शीघ्र प्रस्तुत कर दें, ताकि शीघ्र समस्याओं का निराकरण कर गाड़ोलिया लोहार समाज के अधिकाधिक लोगों को राहत दी जा सके।
हाथों-हाथ दिया निर्धन गाडि़या लोहार महिला को रोजगार:
बैठक में दौरान गाड़ोलिया लोहार समाज की एक निर्धन महिला लक्ष्मी पिता लकुराम द्वारा कलेक्टर के सामने रोजगार न होने की व्यथा व्यक्त की गई। महिला ने बताया कि वह पढ़ी-लिखी है, कंप्यूटर अच्छे से चलाना जानती है और टेली सॉफ्टवेयर में भी एक्सपर्ट है। इस पर कलेक्टर ने हाथों हाथ यूआईटी सचिव को इस महिला को संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर रखने के निर्देश दिए। इस पर सभी ने कलेक्टर का आभार व्यक्त किया।
वैक्सीनेशन में सहयोग के लिए जताया आभार:
बैठक के अंत में जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने अपने चित्तौड़गढ़ कार्यकाल को याद किया। उन्होंने चित्तौड़गढ़ में कोरोना की द्वितीय लहर के दौरान गाडि़या लोहार समाज के लोगों में टीकाकरण को बढ़ावा देने और जागरूक करने के लिए अखिल भारतीय गाडि़या लोहार समाज विकास समिति पुष्कर तथा अखिल राष्ट्रीय गाडि़या लोहार महासभा चित्तौड़गढ़ अध्यक्ष कालुराम चौहान और अन्य सभी प्रतिनिधियों द्वारा प्रदान किए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
बैठक में ये रहे उपस्थित:
बैठक में एडीएम (प्रशासन) ओ पी बुनकर, नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, यूआईटी सचिव नितेन्द्र पाल सिंह, जिला परिषद अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय पाठक, एसीईओ स्मार्ट सिटी प्रदीप सांगावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में गाड़ोलिया लोहार समाज के प्रतिनिधि के रूप में कालुराम चौहान, श्रवण कुमार, माणक चंद, लकुराम, शंकर सहित अन्य उपस्थित रहे।