चित्तौड़गढ़ में प्रदेशाध्यक्ष के घर पर पथराव के बाद बढ़ाई सुरक्षा, राजसमंद में बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़, उदयपुर में भी विरोध
उदयपुर: भाजपा की दूसरी लिस्ट के बाद उदयपुर संभाग में घमासान मचा हुआ है। चित्तौड़गढ़ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पर मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या समर्थकों ने पथराव कर दिया, वहीं राजसमंद में जिला कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ मचाई। इधर, उदयपुर में पार्टी के घोषित प्रत्याशी के विरोध में नगर निगम के उप महापौर उतर चुके हैं।
चित्तौड़गढ़ से भाजपा के मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटे जाने पर कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आक्या समर्थक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के खिलाफ लगातार विरोध जता रहे हैं। रविवार सुबह चित्तौड़गढ़ शहर के मानपुरा चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष का पुतला फूंका, वहीं उनके मधुवन कॉलोनी के घर पर पथराव कर दिया।
दो दिन का अल्टीमेटम दिया
चित्तौड़गढ़ से भाजपा के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने पार्टी को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी दोबारा विचार कर उनको टिकट नहीं देती तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। आक्या समर्थकों का भी कहना है कि पार्टी ने उनके नेता चंद्रभान सिंह आक्या के साथ धोखेबाजी की है। चित्तौड़गढ़ से लगातार 2 बार से विधायक होने के बावजूद उनका टिकट काटा गया है। आक्या ने कहा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पुरानी दुश्मनी का बदला लिया है। उन्होंने अपनी खुन्नस निकाली है। उनका कहना है कि जब वह एवीबीपी के नेता थे, तब सीपी जोशी एनएसयूआई नेता थे। तभी से दोनों के बीच मतभेद चले आ रहे हैं। जिसका बदला उनसे लिया जा रहा है। आक्या समर्थकों ने टिकट कटने के विरोध में रविवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का पुतला भी फूंका। उन्होंने कहा, अब वह चुनाव मैदान में उतरेंगे और जनता इसका फैसला करेगी। इधर, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के घर की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई। सीपी जोशी और चंद्रभान सिंह आक्या का घर एक ही कॉलोनी में है।
राजसमंद में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़
राजसमंद से भाजपा विधायक दीप्ति माहेश्वरी को फिर से उम्मीदवारी का विरोध जारी है। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने रविवार को बाहरी उम्मीदवार को टिकट देने का जमकर विरोध किया। उन्होंने स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग की। कार्यकर्ता कांकरोली रोड पर भाजपा कार्यालय में घुस गए और तोड़फाेड़ कर दी। चुनाव सामग्री को फाड़ दिया। नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय के बाहर डेरा डाल रखा है। कार्यकर्ताओं ने भाजपा से दावेदारी जताने वाले दिनेश बडाला की पैरवी करते हुए नाराजगी जताई।
इधर, उदयपुर में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ उप महापौर
इधर, उदयपुर शहर विधानसभा सीट से पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवार ताराचंद जैन के खिलाफ नगर निगम के उप महापौर पारस सिंघवी उतर आए हैं। सिंघवी ने पार्टी से पुनर्विचार करने की मांग करते हुए कहा, कि यह सब किया धरा असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का है। उन्होंने पहली बार कटारिया पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सम्मानित पद पर पहुंचने के बाद कटारिया उदयपुर की गलियों में घूमकर अपने पद की प्रतिष्ठा घटा रहे हैं। उन्हें असम में रहना चाहिए, जबकि इसके विपरीत वह उदयपुर की पार्टी की राजनीति को गंदा करने का काम कर रहे हैं। सिंघवी ने कहा कि पार्टी इस मामले में निर्णय नहीं लेती तो इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा।