उदयपुर 12 जनवरी। राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष राम सहाय बाजिया उदयपुर दौरे पर रहे। उन्होंने कलेक्ट्रेट मे जिला सैनिक बोर्ड की बैठक में भाग लिया। बाजिया द्वारा पूर्व सैनिकों, शहीदों के नाम विद्यालय नामकरण तथा शहीदों की मूर्ति स्थापित करने हेतु भूमि आवंटन सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की। बैठक मे शहीद सैनिक आश्रितों एवं पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला स्तर पर कलक्टर की अध्यक्षता में हर माह एक बैठक आयोजित करने तथा शहीद स्मारक स्थल पर म्यूजियम हॉल में जिले के शहीद सैनिकों की तस्वीरें लगवाये जाने का निर्णय लिया गया।
वीरांगनाओं और भूतपूर्व सैनिकों से किया संवाद:
जिला कलक्टर कार्यालय में जिला सैनिक बोर्ड की बैठक के बाद उपाध्यक्ष बाजिया मधुबन स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय पहुंचे जहां शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं, वीर माताओं, युद्ध घायल सैनिकों, पदक धारक सैनिकों तथा पूर्व सैनिकों तथा उनके आश्रितों से संवाद किया और उनका शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम की शुरूआत में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल कमलेन्द्र सिंह भाटी ने उपाध्यक्ष एवं उपस्थित शहीद वीरांगनाओं, वीर माताओं एवं पूर्व सैनिकों का स्वागत किया। कर्नल कमलेन्द्र सिंह भाटी द्वारा पूर्व सैनिकों को कार्यालय द्वारा सम्पादित किये जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला और उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों, शहीद आश्रितों को आश्वस्त किया कि कार्यालय स्तर पर हर कार्य नियमानुसार समय पर सम्पादित किया जाएगा।
राज्य सरकार सैनिकों के कल्याण हेतु प्रतिबद्ध:बाजिया
उपाध्यक्ष द्वारा संवाद कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार द्वारा शहीद सैनिकों के आश्रितों, पूर्व सैनिकों के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जयपुर में सैनिक कल्याण भवन के निर्माण हेतु राज्य सरकार द्वारा 20 करोड़ की राशि का बजट स्वीकृत किया गया है तथा राज्यभर के पूर्व सैनिकों का डिजिटल डाटा तैयार करने हेतु भी राज्य सरकार द्वारा 30 लाख राशि का बजट आवंटन हुआ है। संवाद कार्यक्रम के दौरान उपाध्यक्ष ने उपस्थित सभी शहीद माताओं, वीरांगनाओं की व्यक्तिगत समस्याएं सुनी और हर स्तर पर समस्या के निराकरण हेतु आश्वस्त किया व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
अधिकारी भूतपूर्व सैनिकों के कार्य प्राथमिकता पर करें:बाजिया
बाजिया ने भूतपूर्व सैनिकों से संवाद करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्णयानुसार जयपुर में सैनिक कल्याण भवन का निर्माण शीघ्र ही पूर्ण होगा जिसके माध्यम से राज्य के सभी जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों की समस्याओं को सुन कर उनका समाधान आसानी से किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही मुख्यालय से एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा जिसके माध्यम से भूतपूर्व सैनिक अपनी समस्याएं उन्हें नोट करवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि एक सैनिक अपने जीवन का अमूल्य समय देश की सेवा में बिताता है, ऐसे में हर अधिकारी का कर्तव्य है कि भूतपूर्व सैनिकों के कार्य प्राथमिकता पर करें और उन्हें राहत पहुंचाएं। संवाद कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रशासनिक अधिकारी जीवन लाल मीणा ने किया।
कारगिल युद्ध में बाजिया ने खोया था पैर:
बाजिया ने संवाद कार्यक्रम के दौरान अपने कार्यकाल को भी याद किया। उन्होंने बताया कि कारगिल के युद्ध में भाग लिया था और इसी युद्ध में उन्होंने दुश्मन से लोहा लेते हुए अपना पैर भी गंवाया। अब राज्य सरकार ने उन्हें सैनिकों के कल्याण के लिए कुछ करने का जिम्मा दिया है जिसका वे निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे हर जिले में जाकर सैनिकों से संवाद करेंगे और उनकी समस्याएं जानेंगे। बाजिया ने कहा कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह सैनिकों के प्रति आदर भाव रखें।
सैनिकों के सर्वोच्च कल्याण हेतु मुख्यमंत्री सदैव तत्पर: बाजिया
