लीड बैंक की जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक
उदयपुर, 30 दिसंबर। मार्गदर्शी बैंक कार्यालय की सितम्बर 2024 तिमाही की जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक सोमवार को मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद हेमेद्र नागर की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में हुई। बैठक में वार्षिक साख योजना, साख-जमा अनुपात, कृषि ऋण, जन-धन, जन-सुरक्षा बीमा योजना, वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, फसल बीमा एवं अन्य सरकार द्वारा प्रायोजित ऋण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
प्रारंभ में अग्रणी ज़िला प्रबंधक राजेश जैन ने सभी का स्वागत करते हुए अवगत कराया कि चालू वित्त वर्ष में प्रथम दो तिमाही में जिले में कार्यरत बैंकों द्वारा वार्षिक साख योजना में आवंटित लक्ष्य 11915 करोड़ के सापेक्ष 7163 करोड़ की उपलब्धि हासिल कर कर ली है जो की वार्षिक लक्ष्य का 60 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2024-25 की सितम्बर 2024 को समाप्त तिमाही में जिले का साख-जमा अनुपात 68.6 प्रतिशत रहा है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीईओ जिला परिषद श्री नागर ने बैंकों को सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के आवेदनों का समयबद्ध चरण में निस्तारण करवाने, कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह बढ़ाने, फसल बीमा में पंजीकरण बढ़ाने तथा फसल खराबे का सही आंकलन करके प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलवाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने समस्त ज़िला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक रूप से त्रैमासिक बैठकों में भाग लेने एवं अपने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को बीएलबीसी बैठकों में उपस्थिति दर्ज करवाने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में भारतीय रिज़र्व बैंक, जयपुर के प्रबंधक गौरव धूत, भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक लक्ष्मीधर, आरएमजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक के.के. गुप्ता, बैंक ऑफ़ बडौदा के उप-क्षेत्रीय प्रबंधक सौरभ कुमार, सयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) सुधीर वर्मा सहित जिले में संचालित समस्त बैंकों के प्रतिनिधि तथा अन्य सरकार समर्थित ऋण योजनाओं के विभागाध्यक्ष/प्रतिनिधि एवं मार्गदर्शी बैंक से हेमराज सोनवाल एवं मोहन जाखड़ ने भाग लिया।
संभाव्यता युक्त ऋण योजना का विमोचन
बैठक में नाबार्ड बैंक की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना 2025-26 का विमोचन किया। इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड, नीरज यादव ने बताया कि आगामी वित्त वर्ष के लिए जिले में 15059 करोड़ रूपये के ऋण वितरण की सम्भावना का अनुमान है जो कि चालू वित्त वर्ष की वार्षिक साख योजना के लक्ष्य से 26 प्रतिशत ज्यादा है।