उदयपुर। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रमण संघ की और से सिन्धी बाजार स्थित पंचायती नोहरे में श्रमण संघीय प्रवर्तक सुकन मुनी महाराज, अमृतमुनी महाराज, सौभाग्य मुनि, महाराज डॉ. वरुण मुनि महाराज एवं अखिलेश मुनि महाराज के पावन सानिध्य में मानजी स्वामी महाराज, जैन दिवाकर चौथमल जी महाराज, कस्तूरचंद महाराज एवं गणेशीमल महाराज साहब की सैकड़ांे श्रावक-श्राविकाओ की उपस्थिति में जन्म जयंती मनाई गई एवं उनका गुणगान किया गया।
इस अवसर पर उन सभी चरित्र आत्माओं का गुणगान करते हुए सुकुन मुनि महाराज ने कहा कि मानजी स्वामी महाराज, चौथमल महाराज,कस्तूरचंद महाराज एवं गणेशलाल महाराज का जीवन चरित्र हमेशा पावन रहा है और पावन रहेगा। वह श्रमण संघ के ऐसे ऊर्जावान प्रेरणावान, ज्ञानवान और गुणवान सूर्य थे जिनके ज्ञान का प्रकाश सदियों सदियों तक हम सभी को प्रेरणा देता रहेगा। इन सभी ने धर्म प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इन महान संतों की जो उपाधियां हैं वह उनके गुणों के आधार पर थी और उनके अलंकरण आज भी उनके गुणों को दर्शाते हैं। सर्व धर्म समभाव उनका मूल मंत्र था। इन सभी महापुरुषों में जैन धर्म को जन-जन का धर्म बनाया। उनके महान कार्य और चमत्कारों से पूरा विश्व परीचित था। इन महापुरुषों ने जीव दया का महान कार्य किया साथ ही समाज और देश को नशा मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन महापुरुषों का आशीर्वाद लेने के लिए लोगों में स्वयं ही प्रेरणा आत थी। वह किसी की प्रेरणा से इन महापुरुषों का आशीर्वाद लेने नहीं जाते थे बल्कि अपने आप ही उनके मन में प्रेरणा जागती और वह गुरुओं से आशीर्वाद लेकर अपने कामो को सफल करते थे।
मुनि श्री ने उन महापुरुषों के उदयपुर में चौमासा करने के दिनों को भी याद करते हुए कहा कि जैन दिवाकर महान थे वह भक्तों के भगवान थे।
महामंत्री एडवोकेट रोशन लाल जैन ने बताया कि धर्म सभा में वरिष्ठ श्रावक- श्राविकाओ ने एक-एक कर उन सभी महापुरुषों का गुणगान किया। इस दौरान श्रमण संघ के आधार स्तंभ रहे वरिष्ठ श्रावकों का सुकुन मुनि जी के सानिध्य में सम्मान अभिनंदन किया गया।
समारोह में विशेष रूप से सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत एवं उदयपुर शहर कांग्रेस के प्रत्याशी गौरव वल्लभ भी उपस्थित हुए एवं उन्होंने गुरुजनों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
विभिन्न महाराज की मनायी जन्म जयन्ती
