पूर्व विधायक जोशी और पूर्व उपसभापति शेखावत ने चलती ट्रेन में तोड़ दिया था हौज पाइप
उदयपुर। ‘सौगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे’, ‘रावण मारो काटो फेंको, मंदिर वईंज बणेगा..’, ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’, ‘बच्चा बच्चा राम का, जन्म भूमि के काम का’ ऐसे ही नारे थे जिन्होंने पूरे देश को झकझोरा था और 1990 के अक्टूबर में देश के कोने कोने से रामभक्त कारसेवा के लिए निकल पड़े थे। यह भी आभास था कि आगे उनके साथ क्या क्या हो सकता है, क्या क्या कष्ट झेलने पड़ सकते हैं, लेकिन अपने आराध्य श्रीराम के मंदिर बनाने के सपने को आंखों में संजोकर एक ही नारा गुंजा कर चल पड़े थे, ‘कारसेवा…