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पाक की एक ओर नापाक हरकत- हिन्द को बदनाम करने की कोशिश

पाक की एक ओर नापाक हरकत- हिन्द को बदनाम करने की कोशिश

एशिया कप का एक मैच 4 सितंबर को पाक और भारत के बीच खेला गया। मैच में पाकिस्तानी बल्लेबाज का एक कैच भारतीय किक्रेटर अर्शदीप से छूट गया , इसके बाद परिणाम में पाकिस्तान मैच जीत गया । क्रिकेट अनिश्चिताओं वाला खेला है। खेल है इसमें हार-जीत होती रहती हैं। लेकिन पाकिस्तान ने गन्दी चाल चलते हुए भारत की हार को अर्शदीप के नाम के साथ “ खालिस्तानी‘‘ शब्द से ट्रेंड करवा दिया। यह किसी भी देश और खेल के लिए शोभनीय नहीं। इस घटना से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को निराशा हुई। भारत की हार सोशल मीडिया में अर्शदीप के…
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अवैध हथियार रखने के मामले में 03 अभियुक्त गिरफ्तार, 02 पिस्टल व 12 कारतूस बरामद

अवैध हथियार रखने के मामले में 03 अभियुक्त गिरफ्तार, 02 पिस्टल व 12 कारतूस बरामद

थाना कोटडाः- जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर द्वारा अवैध हथियारों के धरपकड हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत श्री कुन्दन कंवरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय व वृताधिकारी वृत कोटडा के सुपरवजिन में गठित टीम द्वारा दिनांक 23.07.2022 को मुखबीर की सूचना के आधार पर शाहनवाज पिता गुलजार हुसैन निवासी कोटडा को 01 पिस्टल मय 04 कारतूस के बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया। पुछताछ में अभियुक्त ने उक्त अवैध हथियार को शोयब उर्फ कालु पिता इकबाल निवासी कोटडा व करणसिंह पिता एकनाथसिंह निवासी रूईखेडा, आकोला महाराष्ट्र हाल कस्बा कोटडा जिला उदयपुर से खरीदना बताया। जिस पर टीम द्वारा अभियुक्त शोयब…
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आर्थिक विकास का हरित मॉडल-क्या,क्यों और कैसे ?

आर्थिक विकास का हरित मॉडल-क्या,क्यों और कैसे ?

प्रकृति हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकती है किन्तु हमारे लालच की नहीं- राष्ट्रपिता महात्मा गाँधीहमें नए आर्थिक विकास मॉडल की आवश्यकता क्यों है? ऐसे मॉडल की जो हरित आर्थिक विकास पर आधारित हो उसकी आवश्यकता इसलिए हैं चूँकि वर्तमान में लागू विकास मॉडल अधिक उपभोग,अधिक उत्पादन, संसाधनों के अत्यधिक दोहन और तेज वृद्धि पर आधारित हैक परंतु यह सभी मॉडल आर्थिक विकास को पर्यावरण संरक्षण के साथ जोड़ते हुए अर्थव्यवस्था को सुस्थिर विकास की ओर ले जाने में सफल नहीं हो पा रहे हैक विकासशील और अल्पविकसित देशों की जीडीपी वृद्धि आज भी प्राकृतिक संसाधनों दोहन से जुड़ी हैं।हम…
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अजय खथुरिया -समाजसेवी

अजय खथुरिया -समाजसेवी

उदयपुर। अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, रक्तदान, समाज सेवा, वृदाश्रम सेवा, गौसेवा के साथ ही अन्य बेजुबानों और पक्षियों की सेवा की जब भी बात आती है तो शहर के प्रमुख नामों में समाजसेवी अजय खतुरिया का नाम भी प्रमुखता के साथ लिया जाता है। हंसमुख, मिलनसार, व्यवहार कुशल और हमेंशा दीन- दुखियों और पीडि़तों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए प्रयासरत रहने वाले उदयपुर निवासी अजय खथुरिया एक मार्बल व्यवसायी है। खतुरिया अपने मार्बल व्यवसाय का एक निश्चित हिस्सा अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान और समाजसेवा मेें खर्च करते हैं। वे अपने पिता स्व. श्री जवाहर लाल जी खतुरिया की स्मृति में…
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पर्यटन ही नहीं सेवा के लिए भी मशहूर है उदयपुर-भगवान प्रसाद गौड़

पर्यटन ही नहीं सेवा के लिए भी मशहूर है उदयपुर-भगवान प्रसाद गौड़

झीलों की नगरी उदयपुर का नाम जैसे ही जहन में आता है तो अरावली पर्वतमालाओं की सुंदर छटाओं के साथ प्रफुल्लित प्रकृति की कल्पनाएं यकायक मन में सजने धजने लगती है। सच में उदयपुर धरती पर स्वर्ग सा है।  वर्षों पहले सन 1829 में अंग्रेजी राज में उदयपुर यात्रा पर आये ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंट कर्नल जेम्स टॉड ने  कहा था- "भारत का सबसे रोमांटिक स्थल" कोई है तो वह है-उदयपुर। महीनों तक उदयपुर में रहने के बाद किसी विदेशी द्वारा ऐसी टिप्पणी करना गौरवपूर्ण है। यहां की प्राकृतिक वादियां, लोगों का रहन सहन, संस्कृति-सभ्यता, परम्पराएं, रीति रिवाज, खान-पान,…
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राजस्थान का वेल्लोर भैंसरोडगढ़ दुर्ग

राजस्थान का वेल्लोर भैंसरोडगढ़ दुर्ग

राजस्थान का वेल्लोर भैंसरोडगढ़ दुर्ग चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा कस्बे से 7 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला की एक विशाल घाटी के मध्य पर्वत शिखर के अंतिम छोर पर स्थित है। चंबल और बामणी नदियों के संगम स्थल पर बसा यह दुर्ग तीन ओर से वर्ष पर्यंत वृहद जलराशि से आप्लावित रहता है। इस दुर्ग को तीन तरफ से सुरक्षित और दुर्जेय बना दिया है। केवल उत्तर में, निकटवर्ती पहाड़ी से इस दुर्ग पर आक्रमण कर उसे जीतना संभव था। यह एक अभेद्य विकट दुर्ग है जो जलदुर्ग की श्रेणी में आता है। नैसर्गिक सुरक्षा कवच युक्त इस दुर्ग का प्राकृतिक…
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सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मारवाड़ का सीमावर्ती सोजत का किला

सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मारवाड़ का सीमावर्ती सोजत का किला

सोजत का किला मारवाड़ का सीमावर्ती दुर्ग है जो जोधपुर से 110 कि.मी. दूर पाली जिले के सोजत कस्बे में सुकड़ी नदी के मुहाने पर अवस्थित है। मारवाड़ और मेवाड़ के मध्य स्थित होने के कारण विगत युद्ध और संघर्षकाल में इसका विशेष सामरिक महत्व था। गोडवाड क्षेत्र पर निगरानी रखने तथा मेवाड़ की ओर से किसी भी संभावित आक्रमण का मुकाबला करने के लिए मारवाड़ (जोधपुर) रियासत की सेना का एक सशक्त दल यहां तैनात रहता था। सोजत एक प्राचीन स्थान है जो तांबावती (त्रंबावती) नगर के नाम से प्रसिद्ध था। मारवाड़ राज्य के इतिहास में उल्लेख है कि…
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प्राचीन प्रतिमाओं की बहुमूल्य धरोहर संजोए राजस्थान का खजुराहो तवनगढ़ (तिमनगढ़) दुर्ग

प्राचीन प्रतिमाओं की बहुमूल्य धरोहर संजोए राजस्थान का खजुराहो तवनगढ़ (तिमनगढ़) दुर्ग

मध्यकाल का प्रसिद्ध तवनगढ़ दुर्ग बयाना से लगभग 23 कि.मी. दक्षिण में एक उन्नत पर्वत शिखर पर अवस्थित है। Udaipurviews / इस दुर्ग का निर्माण बयाना के महाराजा विजयपाल के ज्येष्ठ पुत्र तवनपाल ने 11 वीं शताब्दी ई. के उत्तरार्द्ध में करवाया था। महाराजा तवनपाल- तहणपाल एवं त्रिभुवनपाल नाम से भी अभिहित थे। अपने निर्माता के नाम पर यह दुर्ग तवनगढ़, तिमनगढ़, त्रिभुवनगढ़ के नाम से भी जाना जाता है। तवनगढ़ दुर्ग समुद्रतल से लगभग एक हजार 309 फीट ऊंची त्रिभुवनगिरि पहाड़ी पर बना हुआ है। दुर्गम पर्वतमालाओं से आवृत, वन संपदा से परिपूर्ण तथा नैसर्गिक सौंदर्य से सुशोभित इस…
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अलवर दुर्ग के भीतर निकुंभ शासकों द्वारा निर्मित महल परंपरागत हिंदू स्थापत्य के उत्कृष्ट उदाहरण

अलवर दुर्ग के भीतर निकुंभ शासकों द्वारा निर्मित महल परंपरागत हिंदू स्थापत्य के उत्कृष्ट उदाहरण

पूर्वी राजस्थान के पर्वतीय दुर्गों में अलवर का बाला किला प्रमुख और उल्लेखनीय है। अरावली पर्वतमालाओं से आवृत एक उन्नत पर्वत शिखर पर बना यह दुर्ग एक सजग प्रहरी की तरह अलवर के मुकुट के समान शोभायमान हैं।अनियमित आकार की पर्वत श्रेणियों पर मीलों तक फैली इसकी सुदृढ़ प्राचीर ऐसी प्रतीत होती है मानो प्रकृतिदेवी अनेक लड़ियों वाला हार पहने हुए हो। नैसर्गिक सौंदर्य से ओतप्रोत यह किला बीते युग की रोमांचक दास्तान संजोए हुए है। अलवर का किला एक प्राचीन दुर्ग है। दुर्ग के निर्माताओं के बारे में प्रामाणिक जानकारी का अभाव है। जनश्रुति के अनुसार विक्रम संवत 1106…
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