108 भागवत पारायण, नौ कुण्डात्मक श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ सहित कई अनुष्ठान
विश्वविख्यात संत श्री राजेन्द्रदासजी महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा
देश भर से सैकड़ों संत-महंत और साधक-साधिकाओं का जुटेगा सत्संगी कुंभ
बांसवाड़ा, 21 सितम्बर/सदियों पुरानी ऐतिहासिक एवं सिद्ध तपोभूमि लालीवाव मठ में आगामी 21 नवम्बर से होने जा रहे सात दिवसीय विराट धार्मिक महोत्सव की व्यापक स्तर पर तैयारियां आरंभ हो गई हैं। उल्लेखनीय है कि जानी-मानी आध्यात्मिक विभूति लालीवाव मठ के पूर्व पीठाधीश्वर महन्त श्री नारायणदास महाराज की स्मृति में बांसवाड़ा के इतिहास में पहली बार आयोजित इस विराट महोत्सव के अन्तर्गत अष्टोत्तरशत भागवत पारायण, 9 कुण्डात्मक श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ तथा विश्वविख्यात संत राजेन्द्रदास जी महाराज द्वारा भागवत कथा आदि के आयोजन होंगे।
इस दौरान् भागवत पारायण में निष्णात वृन्दावन के 108 पण्डितों द्वारा भागवत का मूल पारायण किया जाएगा। इनके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग एक हजार संत-महंत, पीठाधीश्वर, कथावाचक, प्रवचनकर्ता, महामण्डलेश्वर और साधु महात्मा एवं सत्संगी साधक-साधिकाएं तथा सैकड़ों श्रृद्धालु विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
सम्पूर्ण आयोजन श्री टीलाद्वारा गद्याचार्य मंगलपीठाधीश्वर श्रीश्री 108 श्री माधवाचार्यजी महाराज(डाकोर) के निर्देशन एवं लालीवाव पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर हरिओमदास जी महाराज के मार्गदर्शन में होंगे। इस विराट धार्मिक महोत्सव को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं।
इस आयोजन को आशातीत सफल बनाने को लेकर श्रेष्ठीजनों की बैठक लालीवाव मठ के सत्संग सभागार में शुक्रवार रात सम्पन्न हुई। इसमें महोत्सव का आयोजन कर रही श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत महोत्सव सेवा समिति की विस्तृत कार्यकारिणी की घोषणा की गई।
संरक्षक मण्डल : इसमें संरक्षक मण्डल में बांसवाड़ा महारावल, ब्रह्मपीठाधीश्वर महन्तश्री घनश्यामदास महाराज, महामण्डलेश्वर ईश्वरानन्द महाराज(उत्तम स्वामीजी), बड़ा रामद्वारा के प्रधान संत रामप्रकाश रामस्नेही महाराज और भारत माता मन्दिर के महंत रामस्वरूप महाराज को शामिल किया गया है।
मार्गदर्शक मण्डल : समिति के मार्गदर्शक मण्डल में ओम पालीवाल, भवानी जोशी, शैलेन्द्र भट्ट, शान्तिलाल भावसार, ईश्वरदास वैष्णव, धनसिंह रावत, पं. प्रेमकान्त जोशी, राजेश टेलर एवं राजेश कटारा को सम्मिलित किया गया है।
समिति के संयोजक का दायित्व भुवन मुकुन्द पण्ड्या को दिया गया है जबकि प्रिंस पटेल एवं प्रणव पण्ड्या को सह संयोजक बनाया गया है।
एड्वोकेट लक्ष्मीकान्त त्रिवेदी अध्यक्ष : सम्पूर्ण आयोजन समिति के अध्यक्ष का दायित्व प्रसिद्ध अभिभाषक लक्ष्मीकान्त त्रिवेदी को सौंपा गया है। समिति के उपाध्यक्ष के रूप में सीए अंजनी त्रिवेदी, निमेश मेहता, जयगिरिराजसिंह, राजेन्द्र सराफ, डॉ. दिनेश भट्ट, ओमप्रकाश सोनी, नटवर तेली, सुधीर चौबीसा एवं हकरू मईड़ा को शामिल किया गया है।
समिति की कार्यकारिणी में नगेन्द्र दोसी चावलवाले को कोषाध्यक्ष तथा कान्तिलाल पटेल, सुभाष भट्ट एवं हरिश लखानी को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
महोत्सव आयोजक श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत महोत्सव सेवा समिति के महामंत्री का दायित्व डॉ. दीपक द्विवेदी को सौंपा गया है जबकि सह महामंत्री के रूप में कन्हैयालाल राठौड़, विमल भट्ट एवं प्रवीण गुप्ता कार्य करेंगे।
समिति में संगठन मंत्री महेश तेली बनाए गए हैं जबकि सह संगठन मंत्री के रूप में कमलेश पटेल, रमेश तेली, गोपाल गर्ग, विनोद जोशी, कमलानन्द शर्मा काम करेंगे। पं. मधुसूदन व्यास प्रचार-प्रसार मंत्री एवं जगन्नाथ तेली व राजेश भावसार सह प्रचार-प्रसार मंत्री होंगे।
समिति में कार्यकारिणी सदस्यों के रूप में ईश्वर जरादी, मणिलाल पंचाल, शंकरलाल प्रजापत, नारायण प्रजापत, राजेश श्रीमाली, ललित कंसारा, विवेक भम्भानी, कैलाश मून्दड़ा, राधेश्याम मालपानी, राजेन्द्र गहलोज(राजु भाई), दीपक राठौड़, कृष्ण मुरारी, मनोज माथुर, राजपालसिंह एवं सरवन सिंह को शामिल किया गया है।
अध्यक्ष का अभिनन्दन एवं नवीन कार्यकारिणी का स्वागत : इस अवसर पर लालीवाव पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर हरिओमदास महाराज, पूर्व मंत्री भवानी जोशी एवं धनसिंह रावत तथा प्रिंस पटेल ने समिति के अध्यक्ष एड्वोकेट लक्ष्मीकान्त त्रिवेदी को पुष्पहार पहनाए तथा शॉल ओढ़ाकर अभिनन्दन किया।
आयोजन तैयारियों की चर्चा बैठक में समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त त्रिवेदी, महामण्डलेश्वर हरिओमदास महाराज, पूर्व मंत्री भवानी जोशी एवं धनसिंह रावत, कान्तिलाल पटेल आदि ने विचार रखते हुए महोत्सव को आशातीत सफल एवं अविस्मरणीय बनाने के लिए हरसंभव प्रयासों में जुटने का संकल्प लिया। संचालन समिति के संयोजक भुवन मुकुन्द पण्ड्या ने किया।