तस्करी पर बिछीवाड़ा पुलिस का शिकंजा, 6 माह में पकड़ी एक करोड़ अवैध शराब, एक करोड़ 80 लाख के सोने – चांदी के जेवरात 

बिछीवाड़ा पुलिस कारवाई से शराब तस्करों ने बदला तस्करी का रूट
पंजाब, हरियाणा से आती है अवैध शराब 
डूंगरपुर, 18 जुलाई(ब्यूरो) डूंगरपुर ज़िला गुजरात राज्य का बॉर्डर जिला है। राजस्थान के बॉर्डर से गुजरात में शराब तस्करी, हवाला, माथर्क पदार्थ और सोने चांदी की तस्कारी की जाती है। इन अवैध गतिविधियों को रोकने के बिछीवाड़ा थाने की पुलिस लगातार करवाई कारवाई कर रही है। पिछले छह महीने में एसपी मोनिका सेन के सुपरविज और बिछीवाड़ा थाना अधिकारी कैलाश सोनी के नेतृत्व में गुजरात – राजस्थान बॉर्डर के बीच बिछीवाड़ा में बड़ी मात्रा में शराब, सोना और चांदी की बरामदगी की है। पुलिस लगातार कारवाही के चलते है तस्कारों में खौफ है। बिछीवाड़ा पुलिस कारवाई के चलते शराब तस्कारों ने रूट बदल दिया है। अब चौरासी थाना, कुआं थाना और धंबोला थाना क्षेत्र के रूट से गुजरात में शराब तस्करी की जा रही हैं।
6 माह में पकड़ी इतनी शराब, जेवरात –एक जनवरी से बिछीवाड़ा पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध शराब, सोना और चांदी जब्त की गई है। जप्त किए गए सामानों में 1059 पेटी अंग्रेजी शराब, 30 लाख रुपये कैश, 1 किलो 91.06 ग्राम सोना, जिसकी कीमत 82 लाख रुपये है, इसके अलावा 106 किलो 15 ग्राम की चांदी,जिसकी कीमत 97 लाख रुपये है और 3 लाख रुपये की लागत के 191 बियर कार्टन बरामद किए गए हैं। कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए से ज्याद की शराब जप्त की गई है। ज्यादातर कारवाही रतनपुर चौकी के प्रभारी गोविंद सिंह, कांस्टेबल गोविन्द सिंह, फतह सिंह, कपिल सिंग और युवराज सिंह के सतर्कता की वजह हुई है।
50 थाने पार पर अवैध शराब पहुंचती है रतनपुर बॉर्डर –6 माह में जब्त की गई अवैध शराब में 150 पेटी चंडीगढ़ की शराब, 555 पेटी पंजाब की शराब शामिल है। हैरानी की बात यह की दोनों राज्य से राजस्थान बॉर्डर की दूरी 900 किलोमीटर है। यहां तक शराब पहुंचने से पहले लगभग 50 थाने बीच में आते है। लेकिन फिर इन थानों की पुलिस दारा अवैध शराब से भरे वाहनों को पकड़ा नही जाता है। शराब तस्कर मार्बल, सब्जी, डिलेवरी आइटम और अन्य तरह तरकीब अपना कर शराब तस्करी करते है। लेकिन मुखबिर तंत्र मजबूत होने की वजह से पुलिस तस्कारों के मंसूबों पर पानी भरे देते है। गुजरात में शराब पर पाबंदी है। इसलिए गुजरात अवैध शराब बिकती है। जिसे शराब तस्करों को मोटा मुनाफा होता है। राजस्थान के मुकाबले हरियाणा और पंजाब में शराब सस्ती है। इसी वजह वहां से तस्कर सस्ते दरों में शराब खरीद करभारी मात्रा में शराब की तस्करी करते है।
तस्करी का नया तरीका, कारों में तस्करी –बिछीवाड़ा पुलिस की कारवाही से शराब तस्करों ने तस्करी का तरीका और रूट दोनों बदल दिया है। सूत्रों के अनुसार शराब तस्कर अब चौरासी थाना, धंबोला थाना, कुआं थाना होकर गावों के रास्ते से शराब तस्करी कर रहे है। तस्करी के लिए बड़े वाहनों की जगह कारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसा नहीं है इन थानों की पुलिस को शराब तस्करी के बारे में पता नहीं है। इन रास्तों पर बॉर्डर पर सरथुना चौकी हैं। नाकेबंदी पार करके ही गुजरात में एंट्री हो सकती है। मसलन तस्करों से पुलिस की साठगांठ है।
वर्जन – पुलिस अवैध तस्करी पर लगातार कारवाई कर रही है। मुखबिर तंत्र को मजबूत किया गया है। 6 माह एक करोड़ की शराब पकड़ी है। रतनपुर बॉर्डर पर नाकेबंदी कर वाहनों की चैकिंग लगातार की जाती है। इसी का नतीजा है 6 माह में बड़ी सफलता हाथ लगी है। -कैलाश सोनी, थानाधिकारी बिछीवाड़ा 
By Udaipurviews

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