-राजस्व प्रकरणों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से करने के दिए निर्देश
-किसानों को मिले पर्याप्त उर्वरक, जमाखोरी और कालाबाजारी पर हो कड़ी कार्रवाई
-मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड पर कार्य करें
-त्योहारी सीजन को देखते हुए आमजन को शुद्ध एवं मानक स्तर की खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए मिलावट के विरूद्ध चलेगा विशेष अभियान
भीलवाड़ा, 16 अक्टूबर। सभी राजस्व अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते हुए बकाया राजस्व प्रकरणों का निर्धारित समय में निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर नमित मेहता ने यह बात बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक के दौरान कही। जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार कृषक कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वृहद् स्तर पर कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन कर रही है। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों और कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक को किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए खाद के स्टॉक का नियमित निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने किसानों के लिए डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एसएसपी को प्रोत्साहित करते हुए सभी एसडीएम को इसके व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए। साथ ही रबी सीजन में उर्वरक एवं बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए किसानों को सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने उर्वरक की कालाबाजारी रोकने तथा इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
शुद्ध एवं मानक स्तर की खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए मिलावट के विरूद्ध चलेगा विशेष अभियान- त्योहारी सीजन को देखते हुए जिला कलक्टर ने बैठक में सीएमएचओ डॉ सीपी गोस्वामी को मिलावट के खिलाफ विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर मेहता बैठक में बताया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए दूध, पनीर, मावा व इनसे बनी मिठाइयों, घी, तेल, मसाले आदि के उपयोग में वृद्धि के कारण मिलावट की आशंका बनी रहती है। इसे देखते हुए आमजन को शुद्ध एवं मानक स्तर की खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ग्राम स्तर तक मिलावट के विरुद्ध विशेष अभियान चलाने के सीएमएचओ को निर्देश दिए। विशेष अभियान के तहत डिकॉय ऑपरेशन संचालित करते हुए मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने एवं बनाने वालों पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्होंने आदतन मिलावटखोरों की सूची तैयार कर अभिहित अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
समान पात्रता परीक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हों सुनिश्चित- मेहता ने 22 से 24 अक्टूबर को आयोजित होने वाली समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि लाखों परीक्षार्थियों का भविष्य इस परीक्षा में जुड़ा हुआ है, ऐसे में उनके लिए परीक्षा केन्द्रों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति, पेयजल सहित आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित कर ली जाएं।
जिला इनवेस्टर्स मीट को लेकर औद्योगिक संगठनों एवं उद्योगपतियों से करें चर्चा- जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि 9 से 11 दिसम्बर तक जयपुर में ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट-2024’ का आयोजन किया जा रहा है। इससे पूर्व इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन भीलवाड़ा जिलें में 8 नवंबर को होटल ग्लोरिया इन में आयोजित किया जाएगा । इसमें निवेशकों के साथ एमओयू किया जाएगा। उन्होंने उपखंड अधिकारियों को उनके क्षेत्र के औद्योगिक संगठनों एवं उद्योगपतियों सार्थक चर्चा कर निवेश की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि छोटे निवेश भी जिले में रोजगार के नवीन अवसर सृजित करने में अहम साबित होंगे।
दीपावली से पूर्व हो क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत- मेहता ने सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं यूआईटी सहित सभी नगर निकायों के अधिकारियों सहित सभी उपखंड अधिकारियों को दीपावली से पूर्व अपने क्षेत्र की सभी क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत एवं पेचवर्क करवाने के निर्देश दिए। ऐसे में सड़क मरम्मत एवं पेच वर्क के कार्य को समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए।
मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड पर कार्य करें- जिला कलक्टर ने कहा कि डेंगू, मलेरिया एवं स्क्रब टाइफस जैसी मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरी सर्तकता के साथ अलर्ट मोड पर कार्य करें रही है। साथ ही सभी उपखंड अधिकारी आमजन को इन बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि गांव से लेकर शहर तक आमजन को मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार तत्परता के साथ निर्णय ले रही है। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के जलभराव क्षेत्रों में सघन फॉगिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही सीएमएचओ को स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाईयों की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने और नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया। जिला कलक्टर ने बैठक में उपखण्डवार राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। साथ ही, उन्होंने आमजन को जमीन से जुड़े प्रकरणों में त्वरित राहत देने के क्रम में उपखण्ड अधिकारी को राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों, रास्तों के प्रकरण, भूमि विभाजन प्रकरण के समयबद्ध निस्तारण के लिए निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में राजस्व अधिकारी भू-रूपांतरण सहित राजस्व से संबंधित सभी प्रकार के प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करें, ताकि आमजन को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इसके लिए सभी राजस्व अधिकारी अपने न्यायालय में दर्ज राजस्व प्रकरणों में उल्लेखनीय कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित करें एवं लक्ष्य हासिल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा दावों की सुनवाई करें। बैठक में कलक्टर ने जिले में भू-आवंटन, औद्योगिक प्रयोजनार्थ भू-संपरिवर्तन, नामान्तरण, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी एवं सहित सभी तरह के लम्बित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक के दौरान एडीएम प्रशासन ओमप्रकाश मेहरा, एडीएम सिटी प्रतिभा देवठिया, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रभान सिंह, उपमहानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक मोहम्मद ताहिर सहित जिले के सभी उपखंड अधिकारी और तहसीलदार सहित सभी राजस्व अधिकारी और जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।