प्रधानाचार्य वाक्पीठ शुरू
सभी मनोयोग पूर्वक समर्पित भाव से बच्चो को भगवान मान कार्य करे
बांसवाड़ा । शिक्षक समाज का प्रमुख अंग है। अतः उच्च आदर्शों की पालना करते हुए गुणवत्ता युक्त शिक्षा में मानक स्थापित किए जाने की मुख्य आवश्यकता है विद्यालय की धुरी और पहचान वहा के सस्था प्रधान से होती हैं अतः सभी मनोयोग पूर्वक समर्पित भाव से बच्चो को भगवान मान कार्य करे क्योंकि प्रतिदिन प्रधानाचार्य सहित स्टॉफ का मूल्याकन नन्हे बच्चें भगवान रूप में करते है ।
उक्त कथन पूर्व अतिरिक्त शिक्षा निदेशक (सेवानिवृत) और शिक्षाविद धर्मेंद्र कुमार जोशी ने जिले के सबसे बड़े घाटोल उपखण्ड की राउमावि देवदा में प्रधानाचार्य वाक्पीठ के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
शिक्षा जगत का आव्हान वागड़ में सैकड़ों प्रतिभाए- उन्होंने वागड़ की प्रतिभाओं को शैक्षिक उन्नयन हेतु आगे आने का आव्हान करते हुए कहा की निसंकोच वागड़ में सैकड़ों प्रतिभाए शिक्षा जगत में व्याप्त हैं हमे उन्हें तराश कर निखारने और आगे बड़ाने की आवश्यकता है।
रैंकिंग में शीर्ष स्थान सामूहिक प्रयास से ही प्राप्त होगी- इस अवसर पर पूर्व सुयुक्त शिक्षा निदेशक मावजी खाट (सेवानिवृत) ने विशिष्ठ अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में बांसवाड़ा जिले को रैंकिंग में शीर्ष स्थान सामूहिक प्रयास से ही प्राप्त होगा अतः सामूहिक प्रयास से बालक प्रथम फिर हम पर सोच को सकारात्मक ऊर्जा के रूप में पहले लेना होगा।
शिक्षक समाज की धुरी और मुख्य स्तम्भ- उन्होंने शिक्षा शिक्षक और शिक्षार्थी को समाज की धुरी और मुख्य स्तम्भ निरूपित किया और कहा की आधुनिक तकनीक का भरपूर उपयोग शिक्षा जगत में मुख्य रूप से किया जाना चाहिए।
सस्था प्रधान को कड़ी चेतावनी और फटकार लगाई- इस अवसर पर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी घाटोल नवीन चन्द्र मीणा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में रैंकिंग और ऑनलाइन कार्य पूर्ण नहीं करने वाले विद्यालय ओर सस्था प्रधान को कड़ी चेतावनी और फटकार लगाते हुए कहा कि जिले में सबसे बड़ा घाटोल ब्लॉक में कार्य में भी अग्रणी भूमिका निभाई जानी चाहिए।
शाला दर्पण पोर्टल विद्यालय का आईना-उन्होंने कहा कि शाला दर्पण पोर्टल विद्यालय का आईना है और यू डाइस के प्रमाणित आंकड़े उच्च अधिकारियों के सामने प्रधानाचार्य और स्कूल का प्रतिबिंब होता है अतः अधिकांश पीओ, प्रधानाचार्य,कार्यवाहक सस्था प्रधान को तीन दिन में रैंकिंग और शाला दर्पण पोर्टल का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण करने के कठोरता पूर्वक निर्देश दिए।
अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी- उन्होंने कहा कि घाटोल बांसवाड़ा जिले में प्रथम स्थान तभी प्राप्त करेगा जब सभी मनोयोग पूर्वक कार्य पूर्ण करेंगे।
उन्होंने विभिन्न विद्यालय को नामजद कड़ी फटकार लगाई और कहा की यदि वेतन माह की पहली तारीख को खाते में आता है तो शिक्षा विभाग के प्रदत्त सभी कार्य एक तारीख को पूर्ण क्यों नहीं होते है अन्तिम चेतावनी देते हुए आगामी तीन दिन में कार्य पूर्ण नहीं होता है तो अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की जाएगी।
इस अवसर पर देवदा ग्राम पंचायत के समाज सेवी रामलाल खराड़ी, स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमति दीपिका रोत,पूर्व एडीईओ बड़लिया प्रधानाचार्य प्रमोद तांबियार, ब्लॉक सन्दर्भ व्यक्ति जिनेन्द्र जैन ने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए द्वितीय सत्र में प्रबुद्ध कुमार शर्मा ने एस एन ए ,अरुण व्यास ने रिकार्ड संधारण और आरटीआई नियमावली ,इंद्र सिंह चौहान ने शाला दर्पण पोर्टल पर विभिन्न कार्य और समस्याओं के तार्किक समाधान पर विचार व्यक्त किए।
संचालन लोकेश उपाध्याय ने किया जबकि अतिथियों का स्वागत वाक्पीठ अध्यक्ष संजय गुप्ता, लोकेश जैन,कैलाश मीणा,आशीर्वाद जोशी,वीरेंद्र दोषी,आशीष पंड्या,शीतल पंड्या, मनोज मीणा,विनोद अधिकारी,जलज आचार्य, परथा दामां,स्नेहलता मेहरा, लोकेश व्यास, ने किया।
इस अवसर पर राउमावि के 68 प्रधानाचार्य ,ओर निजी शिक्षण संस्थाओं से प्रतिनिधि शामिल हुए जिनमे नवीन शर्मा,मोहमाद शरीफ खान,अरुण व्यास, डाया लाल यादव, राजेन्द्र कुमार बामनिया, सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रमुख शामिल हुए।