सनाढ्य समाज के रजत जयन्ती समारोह में 78 प्रतिभाएं सम्मानित हुई
उदयपुर,28 दिसम्बर। वर्तमान सूचना प्रौद्योगिकी एवं बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर में सामाजिक विषयों के प्रति जागरूकता समाज उत्थान का प्रमुख कारक है। समय पर मिली सूचना एवं उस पर तत्काल तीव्र कार्यवाही समाज के विकास में सकारात्मक उत्प्रेरक का कार्य करती है। यह विचार मेवाड़ विष्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. रमेष चन्द्र तिवारी ने आज 28 दिसम्बर 2024 को प्रातः 11 बजे निम्बार्क षिक्षक प्रषिक्षण महाविद्यालय में आयोजित सनाढ्य समाज साहित्य मण्डल की स्थापना एवं सामाजिक पत्रिका – सनाढ्य सरिता के राष्ट्र स्तरीय रजत जयन्ती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किये। समारोह के विषिष्ठ अतिथि इंदौर के वरिष्ठ समाजसेवी पं.जगदीष पचैरी, कोटा सनाढ्य समाज के अध्यक्ष ओम प्रकाष टंकारिया,जयपुर समाज के अध्यक्ष लाभेष चन्द्र शर्मा,बारां सनाढ्य समाज अध्यक्ष डाॅ. रमेष चन्द्र शर्मा,ब्राह्मण अन्तर्राष्ट्रीय संगठन के संभागीय अध्यक्ष डाॅ.अनिल शर्मा थे। समारोह में वरिष्ठ प्रतिभाओं – भगवती प्रसाद शर्मा,पं.बिन्दु लाल सनाढ्य,महेन्द्र कुमार शर्मा, जमना लाल तिवारी, नाथु लाल सनाढ्य,अम्बालाल सनाढ्य,आनंदी लाल सनाढ्य, राम लाल गौड़,पं.जगदीष पचैरी,लाभेष चन्द्र शर्मा,राजेन्द्र प्रसाद सनाढ्य, पंकज सनाढ्य,आर.पी.सनाढ्य एवं डाॅ. अनिल शर्मा को ‘ महर्षि सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इनके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में विषेष उल्लेखनीय योगदान देने वाली 48 प्रतिभाओं को ‘ सनाढ्य विभुषण सम्मान’ तथा षिक्षा, लेखन, साहित्य सृजन,संगीत एवं खेल क्षेत्र की 16 प्रतिभाओं को ‘ सनाढ्य गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया। संचालन भगवान शंकर सनाढ्य ने किया तथा धन्यवाद राजेन्द्र प्रसाद सनाढ्य ने दिया।
जागरूकता हर समाज के उत्थान का उत्प्रेरक कारक – प्रो.तिवारी
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