– तीन बदमाशों ने तीन बार छात्राओं के साथ की अश्लील हरकतें
– डरी छात्राएं मिर्ची और डंडों के सहारे रात भर जागती रहीं
– लापरवाह वार्डन, छात्राओं को अकेले छोड़ चली गई घर
जुगल कलाल
डूंगरपुर, 26 अगस्त. वीर काली बाई गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा में बड़ी सेंध लगी है। रविवार रात को तीन बदमाश हॉस्टल के गेट तक पहुंचकर छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने लगे। छात्राओं के डर के मारे हॉस्टल वार्डन शारदा बड़जोड़ को फोन करने के बावजूद, उन्होंने ना सिर्फ़ पुलिस को सूचित नहीं किया, बल्कि मौके पर पहुंचकर कुछ समय इधर-उधर देखने के बाद वापस घर चली गईं। रात 8 बजे पहली बार एक युवक हॉस्टल के पीछे पहुंचा और छात्राओं को देखकर अश्लील हरकतें करने लगा। छात्राओं ने तुरंत वार्डन को फोन किया, लेकिन जब वार्डन आईं तो सिर्फ़ हॉस्टल के चारों ओर घूमकर वापस चली गईं, जैसे कुछ हुआ ही न हो। हालात तब और बिगड़ गए जब रात 12 बजे तीन बदमाश फिर से हॉस्टल में घुस आए, जिनमें से एक बदमाश ने साड़ी पहनकर खुद को महिला के रूप में प्रस्तुत किया। जब छात्राओं ने शोर मचाया, तो बदमाश ने साड़ी उतारकर और अधिक अश्लील हरकतें करना शुरू कर दिया। इस घटना ने छात्राओं को इतना डरा दिया कि वे पूरी रात सो नहीं पाईं। डरी-सहमी छात्राओं ने अपनी सुरक्षा के लिए मिर्ची पाउडर और डंडों का सहारा लिया और रात भर जागती रहीं।
सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठीं छात्राएं-सोमवार सुबह होते ही एक और बदमाश हॉस्टल के पास दिखा, जिससे छात्राओं का धैर्य टूट गया। उन्होंने अपनी सुरक्षा और अधिकारों के लिए रैली निकालते हुए कलेक्ट्री का रुख किया। “हमें सुरक्षा चाहिए,” के नारों के साथ डरी-सहमी छात्राओं ने धरना देना शुरू किया, जिससे प्रशासन की नींद खुली। प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के पहुंचने के बाद ही स्थिति कुछ हद तक शांत हुई। इस मामले में और भी अधिक चौंकाने वाला पहलू यह है कि हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद पाए गए, जिससे घटना के सबूतों का कोई पता नहीं चल पाया। इस गंभीर लापरवाही से हॉस्टल वार्डन शारदा बड़जोड़ की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है।
हॉस्टल में गैरहाजिर रहती वार्डन, सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल-छात्राओं ने बताया कि, वार्डन शारदा बड़जोड़ कभी हॉस्टल में नहीं रहतीं, केवल हाजिरी लेने आती हैं और फिर वापस चली जाती हैं। मई महीने में भी एक युवक हॉस्टल में घुस आया था और पलंग के नीचे छिपा हुआ मिला था, लेकिन तब भी वार्डन ने कोई कदम नहीं उठाया।छात्राओं के धरने के बाद एसडीएम, डूंगरपुर डिप्टी राजकुमार राजौरिया, कोतवाली सीआई भगवान लाल, भाजपा नेता बंशीलाल कटारा, खेमराज यादव, और सुभाष भी मौके पर पहुंचे और छात्राओं के साथ बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया।
जांच कमेटी गठित-छात्रों के आक्रोश और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, डूंगरपुर के कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक जांच कमेटी का गठन किया। इस कमेटी में डूंगरपुर एसडीएम नीरज मिश्र, उपायुक्त जनजाति विभाग अनिल पहाड़िया, और अनुसंधान सहायक प्रदीप सिंह शामिल हैं। इस कमेटी को मामले की पूरी तरह से जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इस घटना ने डूंगरपुर में छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह भी उठता है कि आखिर कब तक लड़कियों की सुरक्षा को इस तरह से नजरअंदाज किया जाता रहेगा? हॉस्टल जैसी जगह, जहां छात्राएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं, वहां पर इस तरह की घटनाओं ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और वार्डन शारदा बड़जोड़ सहित अन्य जिम्मेदारों पर क्या कदम उठाए जाते हैं।