उदयपुर। सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर में रजत वर्ष महोत्सव व श्रावण महोत्सव के तहत् अधिक मास के तृतीय सोमवार पर आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर के विग्रह स्वरूप को रजत पालकी में विराजमान कर मंदिरा परिक्रमा करा अन्न यज्ञ सेवा समिति स्थित मां अन्नपूर्णा प्रांगण में ले जाया गया। जहां विधिवत् पूजा अर्चना कर महाआरती की गई।
प्रन्यास सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि अधिक मास के तृतीय सोमवार पर आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर का प्रातः विशेष पूजन अर्चन कर महादेव का सहस्त्रधारा अभिषेक कराया गया। विभिन्न नदियों से लाए जल से स्नान करा भोग धरा आरती की गई। उन्होंने बताया कि श्रावण महोत्सव व रजत वर्ष महोत्सव के अवसर पर शिव भक्तों के लिए जलाभिषेक की व्यवस्था सभामण्डप स्थित घट के माध्यम से की गई। तथा महादेव के पूजन के लिए सभा मण्डप में स्थित नर्बदेश्वर महादेव पर रूद्रीपाठ किया गया।
श्रावण महोत्सव समिति के संयोजक रमाकान्त अजारिया ने बताया कि रजत वर्ष महोत्सव के अन्तर्गत शिला स्थापना की पूर्व संध्या पर विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें हजारों शिव भक्तों ने संगीतमय भजनों का श्रवण किया। तत्स्थान पर शिवभक्ती के भजनों पर नृत्य किया। उन्होंनेे बताया कि शिला स्थापना दिवस 8 अगस्त पर भी भजन संध्या का आयोजन रहेगा।
श्रावण महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुनील भट्ट व अन्न यज्ञ सेवा समिति के के.जी.पालीवाल ने बताया कि अधिक मास के तृतीय सोमवार पर आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर भव्य शोभायात्रा मंदिर परिसर में निकाली गई। महादेव के विग्रह स्वरूप को रजत पालकी में विराजमान कर मां अन्नापूर्णा भण्डार गृह में ले जाया गया जहां मां अन्नपूर्णा व महादेव की विधिवत् पूजा अर्चना कर आरती की गई।
शंकर कुमावत ने बताया कि मंदिर के दाहिनी और आशुतोष भगवान को जल विहार कराया गया जिसमें आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर के विग्रह स्वरूप को रजत पालकी में विराजमान कर मंदिर परिसर में बनाए जल कुण्ड में झुलाया गया। जहां हजारों भक्तों ने पालकी में विराजित प्रभु श्री महाकालेश्वर को झुला झुला अपनी मनोनकाना मांगी।
प्रन्यास सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि महर्षि दधीची मित्र मण्डल की ओर से शिला स्थापना की पूर्व संध्या पर आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर का 56 भाग धरा गया। उन्होंने बताया कि सायं 7 बजे रजत वर्ष महोत्सव की पूर्व संध्या पर भव्य गंगा घाट पर आरती की गई। गंगा आरती के पश्चात् आशुतोष भगवान श्री महाकालेश्वर की महाआरती की गई।
महोत्सव समिति के प्रभारी गोपाल लोहार ने बताया कि 8 अगस्त शिला स्थापना दिवस के अवसर पर प्रातःकाल विद्जन पंडितों द्वारा रूद्राभिषेक कर महादेव का सहस्त्रधारा अभिषेक किया जाएगा। तत्पश्चात् भोग धरा आरती की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिला स्थापना दिवस पर 8 अगस्त को सायंकाल मंदिर परिसर में विशाल भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। गंगा घाट पर पर विधिवत् गंगा आरती की जाएगी।
कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए विनोद कुमार शर्मा, रवि शर्मा, एडवोकेट महिपाल शर्मा, राजू सोनी, गिरिराज सोनी, श्रीमती दीक्षा भार्गव, दुर्गा टांक, प्रेमलता लोहार, शंकर कुमावत, मनीष कुमावत, पुरूषोत्तम जीनगर, कमल चैहान, घनश्याम सोनी सहित कई शिवभक्त अपनी सेवाएं दे रहे है।