उदयपुर, 29 सितम्बर। केशवनगर स्थित आत्मोदय वर्षावास में आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. एवं उपाध्याय श्री जितेश मुनि जी म. साा. की निश्रा में दो दिवसीय राष्ट्रीय युवा संघ के सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को मन की बात गुरू के साथ में आचार्य श्री ने युवाओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया . राष्ट्रीय संघ द्वारा 4 मासखमण के तपस्वियों सहित कुल 11 युवा तपस्वियों का बहुमान किया गया।
युवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सपन कांकरिया ने बताया कि शुभ मंगल वाटिका में आयोजित ग्रुप डिस्कशन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुम्बई के सपन बोहरा थे . जबकि अध्यक्षता उदयपुर श्रीसंघ के मंत्री पुष्पेन्द्र बड़ाला ने की। मंगलवाड़ के जयदीप लोढ़ा ने वर्ष भर चलाए जा रहे धार्मिक आयोजनों की जानकारी से सभी को अवगत कराया। अरिहन्त वाटिका में युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. ने कहा कि गुरू एवं संतों की संगति करें क्योंकि ये आपको प्रेरणा देते हैं, सही पथ दिखलाते हैं एवं प्रकाश अर्थात् उत्साह एवं सकारात्मकता से आपको मिलाते हैं। जो अपने गुरू की मानता है वह भाग्यवादी नहीं अपितु भाग्यशाली होता है एवं भाग्यशाली सभी के लिए समाधान बनता है। एक सत्र युवाओं से मन की बात, आचार्यश्री के साथ में युवाओं ने जिज्ञासाओं का समाधान किया। उपाध्याय श्री जितेश मुनि जी म.सा. ने युवाओं से कहा कि आप जीवन में अच्छे कार्य करें ताकि आपका जीवन वंदनीय, अनुकरणीय बनें न कि निंदनीय बनें। जवानी कागज की नौका है, पवन का झोंका हैं, सुधरने का मौका है। अपने जीवन को विकारों से रहित एवं बेदाग रखकर अपनी विशिष्ट पहचान बनायें। अपने देश, अपने संघ, समाज एवं गुरूजनों के प्रति समर्पण करके जीवन को धन्य बनाएं। श्रद्धेय श्री रत्नेश मुनि जी, विनोद मुनि जी, महासती पदमश्री जी म.सा. आदि ने भी अलग-अलग सत्र में युवाओं को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री निर्विकार रातड़िया ने किया।
राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में मन की बात गुरूदेव के साथ हुआ तपस्वियों का बहुमान
