अनाथ, बेसहारा बच्चों के पालन-पोषण के इच्छुक माता पिता कर सकते हैं आवेदन
चित्तोडगढ, 13 दिसंबर। परिवार से वंचित बच्चो को परिवार से जोडने के लिए राजस्थान सरकार ने ‘‘परिवार हर बच्चे का अधिकार‘‘ पहल की शुरुआत की हैं, जिसके तहत बच्चो के पालन पोषण के इच्छुक माता-माता निराश्रित बच्चो को घर और परिवार का प्यार दे सकते हैं। जिले मे संचालित बाल देखरेख संस्थान मे आवासीत अनाथ, गुमशुदा व निराश्रित बच्चो को अभिभावक अपने परिवार मे अपने बच्चो के साथ रखकर उनके पालन पोषण की ज़िम्मेदारी उठा सकते है।
जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक चन्द्र प्रकाश जीनगर ने बताया की बाल अधिकारिता विभाग द्वारा जिले मे राजकीय किशोर गृह, बाल गृह, बालिका ओपन शेल्टर होम संचालित किए जा रहे है। इनमे देखरेख एंव संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे रहते हैं, जिनका पालन – पोषण, देखरेख, शिक्षा एवं स्वास्थ्य वही रखकर किया जाता है। परन्तु बच्चे का संर्वागिण विकास परिवार एवं समाज के मध्य ही बेहतर हो सकता है। इस कमी को पुरा करने के अद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा वात्सल्य योजना (फोस्टर केयर) का संचालन किया जा रहा है। जिले मे ऐसे माता-माता जो बच्चो के पालन पोषण देखरेख के इच्छुक है वह गाड़िया लौहार स्कूल परिसर, प्रतापनगर स्थित जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग कार्यालय पर संम्पर्क कर आवेदन कर सकते है या अधिक जानकारी हेतु मोबाईल नम्बर 8619258988 पर संम्पर्क कर सकते है।